प्रधानमंत्री और जमादार को गले मिलाता है होली का त्यौहार

खास खबर            Nov 07, 2017


मल्हार मीडिया वीडियो।
आईसेक्ट यूनिवर्सिटी के यूथ फेस्टीवल के समापन समारोह में मध्यप्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री ने भारतीय संस्कृति की रक्षा पर बोलते हुये कहा कि फैक्ट्रीयों से रोज ढेर सारा धुंआ निकलता है तो एक दिन दिवाली पर पटाखे फोड़ने से कितना प्रदूषण फैलेगा। उन्होंने कहा कि छोटे पटाखे छोड़ने में कोई नुकसान नहीं है।

उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में खुले में शौच नहीं जानते। जब एक व्यक्ति शौच करने जाता है फ्लश दबाता है तो आधा बाल्टी पानी जमीन में चला जाता है। यदि एक परिवार में 5 सदस्य हैं तो एक दिन में 5 बाल्टी जमीन में जायेगा। अब होली को यदि एक दिन रंग से खेलोगे तो एक आदमी पर दो बाल्टी पानी खर्च हो जायेगा।

श्री पवैया ने कहा कि तर्कशास्त्री कहते हैं कि होली रंग से खेली तो सारा पानी खत्म हो जायेगा। उन्होंने कहा कि होली का त्यौहार वो त्यौहार होता है जो भारत के प्रधानमंत्री और जमादार गले मिलाकर ये साबित करता है कि कोई न छोटा होता है न बड़ा होता है सब भारत माता के बेटे होते हैं।

श्री पवैया ने कहा कि होली हमें समरसता का संदेश देती है और मैं युवा पीढ़ी का आव्हान करता हूं कि तर्कों के साथ वैज्ञानिकता के साथ भारत के पर्वों पर जो आक्रमण हो रहा हैए उसे हम समझ नहीं पा रहे। संवेदनहीनता पैदा की जा रही है और वे विदेशी ताकतें जो भारत के प्राण यहां की संस्कृति में देखते हैं उसे खत्म करने में सफल हो जायेंगे।

यूं यह एक सामान्य खबर है पर काबिल—ए—गौर यह है कि अगर शौचालय में 10 बाल्टी पानी फ्लश किया जा सकता है तो दो बाल्टी पानी से होली खेलने में क्या हर्ज है। अंदाजा आप लगा लो कि जाने अनजाने निशाना कहां लग गया।

संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार कला और संस्कृति को आगे बढ़ाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में संस्कृति विभाग 1800 सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करता है। उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि पढ़ाई के साथ-साथ संस्कृति को सृजित करने की जिम्मेदारी भी वहन करें।

इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यध डॉ. अखिलेश पाण्डे ने भारतीय विश्वविद्यालय संघ में निजी विश्वविद्यालय भी शामिल करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों से अवगत करवाया। एआईयू के पर्यवेक्षक डॉ. रंजन रॉय ने अनुशासित छात्रों की सराहना की और विख्यात हस्तियों को याद किया।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि यूथ फेस्टिवल में 7 राज्यों के 25 विश्वविद्यालयों ने भाग लिया है। लगभग 2500 प्रतिभागियों ने 27 प्रतियोगिता के माध्यम से अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन भी किया।

 

 


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