मल्हार मीडिया ब्यूरो।
सार्वजनिक क्षेत्र में भारत के दूसरे सबसे बड़े बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की मुंबई स्थित एक शाखा में 1.8 अरब डॉलर की धोखाधड़ी प्रकाश में आई है।
बैंक की ओर से बुधवार को शेयर बाजारों के पास दिए नियामकीय दाखिले में इसकी जानकारी दी गई है।
बैंक ने कहा, "बैंक को मुंबई स्थित अपनी एक शाखा में अवैध लेन-देन का पता चला है जिसमें साफ तौर पर गिने-चुने खाताधारियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है।"
बैंक के मुताबिक, धोखाधड़ी के मामले में 177.169 करोड़ डॉलर यानी 11,515 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।
धोखाधड़ी की यह रकम बैंक के शुद्ध लाभ करीब 1,320 करोड़ रुपये का आठ गुना है।
धोखाधड़ी का यह मामला तब उजागर हुआ है जब भारतीय बैंकिंग प्रणाली गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां यानी डूबे हुए कर्ज की समस्या से जूझ रही है।
बैंक की ओर से कहा गया कि लेन-देन की जानकारी के मुताबिक, यह रकम बैंक के विदेश स्थित ग्राहकों को अग्रिम तौर पर मुहैया करवाई गई है। बैंक में इन लेन-देन का स्वरूप आकस्मिक है और अंतरण के लिए निर्धारित कानून व उसकी असलियत के आधार पर इनका दायित्व बैंक पर निर्धारित होगा।
बैंक ने बताया, "मामले की जांच का जिम्मा पहले ही एजेंसियों को सौंप दिया गया है।"
केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने पांच फरवरी को हीरा कारोबार में सेवा प्रदान करने वाले अरबपति नीरव मोदी और उनके भाई, पत्नी और एक साथ कारोबारी के खिलाफ पिछले साल 280.70 करोड़ रुपये की पीएनबी की कथित धोखाधड़ी में मामला दर्ज किया।
सीबीआई ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी करने और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया है।
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