मल्हार मीडिया ब्यूरो।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने की अपनी तत्परता जाहिर की और साथ ही कहा कि उसके पास संसद के भीतर और बाहर वोट और विश्वास, दोनों हैं। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होने और सरकार के खिलाफ सदन के पल पर अविश्वास प्रस्ताव रखने के बाद संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने कहा, "हम हर चीज का सामना करने के लिए तैयार हैं।
हमने हमेशा विपक्ष से बैंकिंग अनियमितताओं, विश्वास या अविश्वास प्रस्ताव सहित प्रत्येक मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद को चलने में सहयोग करने के लिए कहा है।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरे देश को भरोसा है। सदन के पास भी पूर्ण विश्वास है इसलिए कोई समस्या नहीं है। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं।
कांग्रेस के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए टीआरएस और एआईएडीएमके जैसी पार्टियों को सदन की कार्यवाही बाधित करने के लिए उकसा रही है, कुमार ने कहा कि कांग्रेस सेलेक्टिव एमनीसिया (जानबूझ कर भूलने की बीमारी) से पीड़ित है।
उन्होंने कहा, "अगर आप अतीत में झांके तो पता चलेगा कि सदन में अव्यवस्था की स्थिति पर अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज किया है। उन्हें अपनी याददाश्त को सही करना होगा। भाजपा, राजग और प्रधानमंत्री के पास सदन में संख्या है और देश के लोगों का विश्वास है।"
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