मल्हार मीडिया ब्यूरो।
अध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज (50) ने मंगलवार को शहर में कथित तौर पर खुद को गोली मार ली। बताया जा रहा है कि उन्होंने पारिवारिक कलह के चलते खुद को गोली मार ली। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और मामले की जांच कर रही है। उन्हें शहर के बॉम्बे अस्पताल में भर्ती किया गया है।
बॉम्बे अस्पताल के सीएमओ के मुताबिक भय्यू महाराज की अस्पताल में आने से पहले ही मौत हो चुकी थी। उन्हें करीब 2 बजे अस्पताल लाया गया था। घटना की सूचना फैलते ही सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक अस्पताल पहुंच गए हैं। पुलिस ने अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी है।
मध्य प्रदेश सरकार ने कुछ महीने पहले ही उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। लेकिन उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया था।
गौरतलब है कि भय्यूजी महाराज हाईप्रोफाइल लोगों से नाता रहा है। भय्यूजी महाराज चर्चा में तब आए जब अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने अपना दूत बनाकर भेजा था। बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यूजी महाराज आमंत्रित किया था। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी उनके आश्रम आ चुके हैं।
1968 को जन्में भय्यूजी महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है। वे मध्य प्रदेश के शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते है। कभी कपड़ों के एक ब्रांड के लिए ऐड के लिए मॉडलिंग कर चुके भय्यूजी महाराज अब गृहस्थ संत हैं। सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके ही देखरेख में चलता है। उनका मुख्य आश्रम इंदौर के बापट चौराहे पर है। उनकी पत्नी माधवी का दो साल पहले निधन हो चुका है। पहली शादी से उनकी एक बेटी कुहू है, जो पुणे में रहकर पढ़ाई कर रही है। उन्होंने 30 अप्रैल 2017 को एमपी के शिवपुरी की डॉ. आयुषी के साथ दूसरी शादी की। वे मर्सिडीज जैसी महंगी गाड़ियों में चलने वाले भय्यूजी रोलेक्स ब्रांड की घड़ी पहनते हैं और आलीशान बिल्डिंग में रहते हैं।
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