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फिल्म समीक्षा:एक लड़की ने लड़की को देखा तो देखा तो ऐसा लगा

पेज-थ्री            Feb 01, 2019


डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी।
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा फिल्म का 25 साल पहले आई 1942 : ए लव स्टोरी फिल्म से कुछ भी लेना-देना नहीं है।

उसके गाने की लाइन को फिल्म का नाम बनाया गया है और अनिल कपूर एक ऐसी लड़की का पिता है, जिसे एक लड़की से ही मोहब्बत हो जाती है और वह उसके साथ रहना चाहती है।

भारत के महानगरों में रहने वाले युवाओं के लिए यह एक क्रांतिकारी विषय है। कुछ लोग इसे भारतीय संस्कृति का मखौल भी मान सकते है, लेकिन फिल्म का विषय ऐसा चुना गया है, जिसमें फिल्म चले या न चले, प्रचार तो मिलना ही है।

इंटरवल तक तो फिल्म हंसी मजाक में ही निकल जाती है, लेकिन उसके बाद शुरू हो जाता है नई और पुरानी विचारधारा का संघर्ष। आधी फिल्म यह बताने में लगी रहती है कि लड़की का लड़की से प्यार होना कोई अस्वाभाविक बात नहीं है।

राजकुमार राव दोनों लड़कियों को मिलाने में सूत्रधार की भूमिका में है और लड़की का बाप अनिल कपूर भी बुढ़ापे में इश्क फरमाने लगता है।

जूही चावला को शायद इसीलिए इस फिल्म में लिया गया है। फिल्म के डायरेक्टर शैली चोपड़ा धर ने नए विषय को दिलचस्प तरीके से प्रस्तुत किया है।

फिल्म की पृष्ठभूमि पंजाब का मोगा शहर है। मोगा के मुकेश अंबानी हैं अनिल कपूर और उन्हीं की बेटी है सोनम कपूर। असली पिता-पुत्री का फिल्म के पर्दे पर पिता-पुत्री का रोल करना अच्छा लगा।

फिल्म में रह-रहकर एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा गाना बजता रहता है। सपना चौधरी ने भी गाना गाया है।

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा गाने का री-मेक चलताऊ है। जावेद अख्तर और आर.डी. बर्मन के गाने से इसकी तुलना नहीं हो सकती।

गंभीर विषय होते हुए भी फिल्म में रोचकता बनी रहती है। फूहड़ दृश्यों को भी शालीनता से दिखाने की कोशिश की गई है। स्विटी चौधरी की भूमिका में सोनम कपूर आहूजा स्वाभाविक लगी है।

राजकुमार राव फिल्म में लेखक और नाटक के निर्देशक बने हैं और वे दो प्रेमी लड़कियों को आपस में मिलाने के लिए अच्छी कहानी भूनते है।

फॉर्मूला फिल्मों की तरह ही फिल्म का अंत दिखाया गया है, जहां थोड़े इमोशन, काफी सारा ड्रामा और थोड़ा बहुत रोमांस रहता है।

जूही चांवला ने भी एक तलाकशुदा महिला के प्रेम की दूसरी पारी ठीक-ठाक खेली है। नेटफ्लिक्स के जमाने में महानगरीय युवा दर्शकों को फिल्म पसंद आएगी। करीब दो घंटे की फिल्म में कई दृश्य हंसाने वाले है।

सोनम कपूर की गर्ल फ्रेंड की कुहू की भूमिका रेगिना कासांड्रा ने की है। भूल जाने के लिए यह फिल्म देखी जा सकती है।

 



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