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भाकपा (माले) रेड स्टार का दो दिवसीय सम्मेलन 14 से

राज्य            Oct 13, 2018


मल्हार मीडिया भोपाल।
भाकपा (माले) रेड स्टार का चौथा राज्य स्तरीय सम्मेलन 14-15 अक्टूबर को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शुरू होगा तथा पार्टी का 11वां महासम्मेलन बंगलूरु, कर्नाटक में अगले माह 27 नवंबर से 1 दिसंबर 2018 तक आयोजित किया जा रहा है।

सम्मेलन का आयोजन हर्षवर्धन नगर स्थित एलआईजी—16 पार्टी कार्यालय में किया जायेगा।

राज्य सम्मेलन में भाकपा (माले) रेड स्टार के महासचिव कॉमरेड के एन रामचन्द्रन एवं पार्टी के केन्द्रीय कमेटी सदस्य कॉमरेड सौरा यादव विशेष रुप से शामिल होंगे। यह जानकारी भाकपा (माले) रेड स्टार द्वारा शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दी गई।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कॉमरेड के एन रामचन्द्रन ने कहा कि पार्टी का महासम्मेलन ऐसे गंभीर समय में आयोजित हो रहा है जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चरम-दक्षिणपंथी,कारपोरेट और फासीवादी रुझान मजबूत हो रहे हैं तथा दुनिया के तमाम मेहनतकश वर्ग और उत्पीड़ित जनता की समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय पूंजी का संकट तीव्र होते जा रहा है। साम्राज्यवादी व्यवस्था, अपने संकट के बोझ को स्थानीय युद्धों, हथियारों की होड़, व्यापार, आदि के जरिए विश्व की जनता पर हमलावर रुप से थोप रही है।

राष्ट्रीय स्तर पर जब रुपया लगातार गिर रहा है और पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं, बैंक व वित्तीय संस्थान कर्ज में डूबते जा रहे हैं,सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को बंद किया जा रहा है तब चरम-दक्षिणपंथी भाजपा की मोदी सरकार नव-उदारवादी, साम्प्रदायिक-फासीवादी नीतियों को जुनूनी तरीके से लागू कर रही है।

नोटबंदी व वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के जरिए कार्पाेरेट लूट को और तेज किया गया है। अल्पसंख्यक, दलित, आदिवासी, महिला एवं अन्य उत्पीड़ित तबकों सहित पत्रकार, वकीलों, लेखकों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर हमले बढ़ गए हैं।

इसके अलावा स्वतंत्र विचारों की हत्या कर लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। मनुवादी-संघी नीतियों के तहत सभी मौजूदा प्रगतिशील नीतियों को निशाना बनाया जा रहा है। इतिहास और संस्कृति का भगवाकरण किया जा रहा है।

कॉ. रामचन्द्रन ने आगे कहा कि मोदी सरकार भी पूर्व की कांग्रेस सरकार के नक्शे कदम पर चलते हुए और ज्यादा आक्रामक रुप से किसान-मजदूर विरोधी नीतियों को लाद रही है। किसानों की कर्जमाफी, समर्थन मूल्य के आंदोलनों को बर्बरता से कुचलने वाली मोदी सरकार देश के उद्योगपतियों के हजारों करोड़ रुपये माफ कर देती है।

लेकिन करीब किसानों का कर्ज माफ करने में मुंह मोड़ रही है। यहां तक की विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चैकसी, ललित मोदी जैसे कई उद्योगपति व कारोबारी भाजपा सरकार के राज में देश से हजारों करोड़ों रुपयों की हेराफेरी कर विदेश से भाग चुके हैं। मप्र में भी भाजपा के कई नामी नेताओं और मंत्रियों पर जमीन घोटाला, फर्जी कंपनी बनाकर करोडों रुपए कमाने, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने, व्यापमं घोटाला सहित कई मामले सामने आए हैं। भाजपा सरकार के सारे झूठे दावों की पोल खुल चुकी है।

भाकपा(माले) रेड स्टार एक जन-विकल्प का निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है जो नव-उदारवादी नीतियों को खारिज करने, सभी क्षेत्रों के जनवादीकरण के लिए कार्य करने, जातिविहीन और सच्चे धर्म निरपेक्ष नीतियों के पक्ष में दृढता के साथ खड़ा होने तथा जनपक्षीय व पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से टिकाऊ विकास के प्रतिमान के लिए कार्य करेगा। यह विकल्प स्वतंत्र वाम दावेदारी को मजबूती प्रदान करेगा। जनता के घोषणापत्र के आधार पर राज्य स्तर से लेकर अखिल भारतीय स्तर तक भाकपा(माले) रेड स्टार चुनाव के मैदान में उतरेगी और मप्र विधानसभा चुनाव में भाजपा को परास्त करने का प्रयास करेगी। इसके साथ ही समान विचार संघर्षशील संगठनों का मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ने का प्रयास करेगी।

मप्र राज्य सचिव कॉमरेड विजय कुमार ने कहा कि मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने हिटलर रुपी तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाया हुआ है। राज्य में एक असुरक्षा का माहौल बन गया है। अल्पसंख्यक, दलित व आदिवासियों पर हमलों में इजाफा होता जा रहा है। कृषि भूमि का अधिग्रहण और सरकारी उपक्रमों का निजीकरण-ठेकेदारीकरण बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।

पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली परियोजनाओं मुख्यतः चुटका परमाणु परियोजना को लागू कर प्रदेश की जीवन दायिनी नदी नर्मदा को खत्म करने तथा स्थानीय लोगों को एक बार फिर विस्थापित कर उनके जीवन से खिड़वाड़ किया जा रहा है। सरकार की इन तमाम जन-विरोधी, कार्पोरेट परस्त नीतियों का सामना मजदूर-किसान,मेहनतकश आम जनता कर रही है। शिक्षाकर्मीं, आशा-ऊषा कार्यकर्ता, पैरामेडिकल स्टाफ जैसे तमाम सरकारी संस्थानों में संविदा व ठेके पर काम कर रहे कर्मी अपने नियमितकरण व उचित मानदेय के लिए सड़कों पर है। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आवास, बिजली, पानी, रसोई गैस जैसी बुनियादी सुविधाओं को पाने के लिए आम आदमी आज भी जद्दोजहद कर रहा है, लेकिन प्रदेश की शिवराज सरकार अभूतपूर्व विकास का राग अलाप रही है।

ऐसी स्थिति में यह जरुरत है कि तमाम मेहनतकश, प्रगतिशील, जनवादी ताकतों को अपना फौरी दायित्व समझते हुए सामप्रदायिक फासीवादीकरण करने तथा विपक्ष मुक्त भारत बनाने की ओर अग्रसर भाजपा की शिवराज और मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष को तेज करें। आजादी के बाद 71 साल का इतिहास सीखाता है कि भाजपा,कांग्रेस व अन्य शासक वर्ग की पार्टियों के बीच में मूलभूत आर्थिक नीतियों के बारे में कोई फर्क नहीं है। माकपा के नेतृत्व में जिन राज्यों में वाम मोर्चा सरकारें रही है वहां भी इन्हीं नव उदारवादी नीतियों को लागू किया जा रहा है। इसलिए इन तमाम पार्टियों के साथ भाकपा(माले) रेड स्टार कोई राजनीतिक गठबंधन नहीं होगा। हम तमाम संघर्षशील वामपंथी व जनवादी ताकतों व उत्पीड़ित तबकों से अपील करते हैं कि वे भाकपा(माले) रेड स्टार के नेतृत्व में जन विकल्प खड़ा करने के प्रयास को मजबूत प्रदान करें। साथ ही भोपाल में होने वाले चैथे राज्य सम्मेलन तथा बैंगलोर में आयोजित होने वाले 11वें महासम्मेलन को बड़े पैमाने पर सफल बनाने के लिए मदद करे।

 



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