मल्हार मीडिया ब्यूरो उमरिया।
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अंतर्गत मगधी रेंज के मिल्ली बीट में कुंवे के अंदर क्षत विक्षत अवस्था में मादा बाघ का शव मिला है धमोखर रेंजर विजय शंकर श्रीवास्तव बताये कि किसी वन्य प्राणी शिकार के हमले में आक्रामक मादा बाघ कुंए के अंदर गिर गयी थी जिसके बाद उसकी मौत हो गयी है।
घटना की जानकारी के बाद आनन फानन में पार्क अमला पहुंचा जिसके बाद किसी तरह मृत मादा बाघ तो कुंवे से बाहर निकाला गया है आज दोपहर घटना स्थल पर पार्क के फील्ड डिरेक्टर मृदुल पाठक,ज्वाइन डायरेक्टर ऋषि मिश्र, चिकित्सक नितिन गुप्ता, रेंज अफसर सहित पार्क टीम के समक्ष दोपहर बाद पीएम कराया गया है।घटना की जानकारी के बाद मौके पर सतना एवम जबलपुर से डॉग स्क्वाड टीम पहुंची, जो विभिन्न द्रष्टिकोण से मादा बाघ की मौत मामले की जांच कर रही है।
घटना को लेकर अभी तक पार्क के आला अधिकारियों से सम्बन्ध स्थापित नही हो पा रहा है, सभी के फोन कव्हरेज के बाहर आ रहे हैं, जिसके चलते मृत बाघिन की आई डी का भी पता नही चल पा रहा है। गौरतलब है कि ग्राम मिल्ली के जिस कुंए में बाघिन का शव पाया गया है, लगभग 2-3 वर्ष पहले ग्रामीणों को विस्थापित कर ग्राम मिल्ली को कोर जोन में शामिल किया गया है, ग्रामीणों के विस्थापन के बाद पार्क प्रबंधन जे सी बी मशीन ले जाकर घरों को गिरवाया था, लेकिन वहां मौजूद कुंओं को नही भठवाया जिसके चलते यह घटना हुई है, जो कि प्रबंधन की लापरवाही दर्शाता है।
हालांकि बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व जितना बाघों के घनत्व के लिए विश्व में प्रसिद्ध है उतना ही 2 - 3 सालों से बाघों के मौत के लिए भी प्रसिद्ध होता जा रहा है, जिससे लगता है कि पार्क कुप्रबंधन का शिकार हो गया है, वैसे अगर देखा जाय तो जब पार्क संचालक ही सुरक्षित नही हैं तो पार्क के वन्य जीव कैसे सुरक्षित होंगे।
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