मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्य प्रदेश में सरकारी एजेंसियों की ओर से गेहूं की खरीदी का काम जारी है। सरकारी एजेंसियों ने मंगलवार तक राज्य के करीब डेढ़ हजार किसानों से 5,873 मीट्रिक टन गेहूं खरीदे। इंदौर व उज्जैन संभाग में गेहूं खरीदी 15 मार्च से शुरू हुई थी, वहीं भोपाल और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में मंगलवार से खरीदी शुरू हुई। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अबतक 1,468 किसानों से 5,873 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है।
खाद्य आयुक्त विवेक पोरवाल ने बताया कि चंबल, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 26 मार्च से शुरू की जाएगी।
पोरवाल के अनुसार, "प्रदेश में एमएसपी पर गेहूं खरीदी के लिए कुल 2,976 उपार्जन केंद्र खोले गए हैं। चंबल में 118, ग्वालियर में 249, उज्जैन में 286, इंदौर में 335, भोपाल में 561, नर्मदापुरम में 278, सागर में 407, जबलपुर में 453, रीवा में 213 और शहडोल संभाग में 76 उपार्जन केन्द्र हैं।" उन्होंने बताया कि 15 लाख 30 हजार किसानों द्वारा उपार्जन केन्द्र पर पंजीयन करवाया गया है।
पोरवाल ने बताया, "किसानों को एसएमएस के जरिए गेहूं खरीदी केंद्र पर लाने की तारीख की सूचना दी जा रही है। ऐसे किसान, जिनको उपार्जन केन्द्र पर गेहूं लाने का एसएमएस नहीं मिलता है, और वे अपनी फसल लेकर उपार्जन केन्द्र पर पहुंच जाते हैं, उनसे खरीदी अपराह्न् दो बजे के बाद की जाती है।"
इस साल केंद्र सरकार ने रबी विपणन वर्ष 2018-19 (अप्रैल-मार्च), जिसके दौरान फसली वर्ष 2017-18 में उत्पादित फसलों की खरीद-बिक्री होती है, के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,735 रुपये प्रति कुंटल तय किया है। पिछले साल गेहूं का एमएसपी 1,625 रुपये प्रति कुंटल था।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश में किसानों को 2,000 रुपये प्रति कुंटल गेहूं खरीदने का वादा किया है। ऐसे में 1,735 रुपये प्रति कुंटल से ऊपर का भाव 265 रुपये प्रति कुंटल प्रदेश सरकार बोनस के तौर पर देगी।
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