मप्र - 6 लाख विद्यार्थियों की अभिरुचि का होगा परीक्षण

राज्य            Jan 16, 2018


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

मध्य प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले 10वीं के विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण (इंटरेस्ट टेस्ट) कराने के राज्य सरकार ने फैसला लिया है। इसका मकसद इन विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों और भविष्य के विकल्पों की जानकारी देनी है। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से मंगलवार को दी गई जानकारी के अनुसार, इस वर्ष छह लाख विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण (इंटरेस्ट टेस्ट) कराया जाएगा। इसके लिए पुणे के श्यामची आई फाउंडेशन के साथ तीन वर्ष का करारनामा हुआ है। यह एजेंसी अभिरुचि परीक्षण और करियर काउंसिलिंग का कार्य नि:शुल्क रूप से करेगी।

बताया गया है कि पुणे की संस्था द्वारा विद्यार्थियों के अभिरुचि परीक्षण और एप्टीट्यूड टेस्ट के लिए मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न विभागों से जानकारी प्राप्त कर करियर काउंसिलिंग के लिए संबंधित एजेंसी द्वारा एम़ पी़ कॅरियर पोर्टल भी तैयार किया जा रहा है।

आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि अभिरुचि परीक्षण विद्यार्थियों को अभिरुचि को परिभाषित करने में सहायता करती है। इस टेस्ट के माध्यम से यह पता लगता है कि विद्यार्थी को क्या पसंद है और उनमें मौजूद क्षमता के अनुरूप वह किस दिशा में बढ़ सकते हैं। इसके साथ ही कॅरियर काउंसिलिंग में विद्यार्थियों को यह बताया जाएगा कि उनकी रुचि के अनुसार अध्ययन की व्यवस्था किन शिक्षण संस्थानों में मौजूद है और वहां किस तरह प्रवेश लिया जा सकता है।

इस वर्ष तैयार किए गए कार्यक्रम के अनुसार, कक्षा 10वीं में पढ़ने वाले छह लाख विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण फरवरी-2018 में किया जाएगा। परीक्षण का परिणाम दो अप्रैल, 2018 तक घोषित किया जाएगा। इसी दिन एम़ पी़ कॅरियर मित्र पोर्टल लांच होगा।



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