विश्वविद्यालय सामाजिक सरोकारों को निभाने का दायित्व लें:राज्यपाल

राज्य            Jan 06, 2019


मल्हार मीडिया भोपाल।
विश्वविद्यालय सामाजिक सरोकारों को निभाने का दायित्व लें। बालिकाओं के स्वास्थ्य और कुपोषण से मुक्ति में समाज आगे आये। विश्वविद्यालय और प्राथमिक विद्यालयों के बीच अंतर्संबंध होने चाहिये। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में यह बात कही।

उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पीठ स्थापित किये जाने पर बल दिया। समारोह में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमेन डॉ.डी.पी. सिंह, कुलपति डॉ. नरेन्द्र धाकड़, पूर्व कुलपति, कार्य-परिषद के सदस्य, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में निर्धारित समय पर पढ़ाई, परीक्षा और परिणामों का आना जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों और प्राथमिक विद्यालयों के बीच अंतर्संबंध होना चाहिये। प्रायमरी और मिडिल के बच्चों को विश्वविद्यालय का भ्रमण कराना चाहिये, जिससे उच्च शिक्षा के प्रति उनमें ललक पैदा हो सके। राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में पीएचडी उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों से आव्हान किया कि वे अपने शोध को समाज के सामने भी प्रस्तुत करें। उन्होंने विश्वविद्यालय की ऑनलाइन परीक्षा परिणाम प्रणाली का लोकार्पण भी किया।

इंदौर में स्थापित हो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पीठ:उच्च शिक्षा मंत्री

इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पीठ स्थापित होना चाहिये। इसके लिये उच्च शिक्षा विभाग पहल करेगा। श्री पटवारी ने अपने विद्यार्थी जीवन का स्मरण करते हुए कहा कि इसी परिसर में उन्होंने विद्यार्थी हित में अनेक आंदोलन किये हैं। यहीं उन्हें शिक्षकों की डाँट-फटकार भी मिली और लाड़-प्यार भी। श्री पटवारी ने कहा कि आज ऐसी शिक्षा की जरूरत है, जो दुर्भावनारहित सद-व्यवहार सिखाये। शिक्षा न सिर्फ व्यक्तित्व बल्कि परिवार और समाज को निखारने में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में दुनिया के विभिन्न देश के विद्यार्थी पढ़ने आयें, इसके लिये हम सब मिलकर प्रयास करेंगे।

समारोह के विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष डॉ.डी.पी. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय नव-विचारों और नव-उन्मेषों के पल्लवन का केन्द्र बनें। यहाँ बौद्धिक स्पंदन होते रहना चाहिये। उन्होंने विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा के वैश्विक फलक पर ले जाने के संकल्प को सराहा।

समारोह में कुलपति डॉ. नरेन्द्र धाकड़ ने विद्यार्थियों को दीक्षांत उपदेश दिया और प्रतिज्ञा दिलायी। प्रो. ज्ञानप्रकाश के संपादन में प्रकाशित 'रिसर्च जनरल'' का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

 



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