गोदाम बना कॉलेज का शौचालय, खुले में जाने को मजबूर छात्रायें

वामा            Sep 20, 2017


पन्ना से विकास सेन।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि भारत को खुले में शौच से मुक्त बनाया जाए जिस पर करोड़ों रुपए भी खर्च किए जा रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर यह अभियान महज कागजों तक ही सीमित रह गया है। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के अजयगढ़ शासकीय महाविद्यालय में 400 से अधिक लड़कियों को शौचालय के अभाव में कॉलेज परिसर से बाहर खुले में शौच जाना पड़ता है। कॉलेज में एकमात्र शौचालय है जिसे गोदाम में बदल दिया गया है। जिस कारण से छात्राओं को खुले में बाथरूम जाना पड़ता है।


छात्रा निरूपमा गुप्ता ने बताया कि कॉलेज के भवन से करीब 100 फीट दूर छत के बिना एक छोटे से कमरे में उन्हें बाथरूम करना पड़ता है जो एक अस्थायी शौचालय के रूप में कार्य करता है। छात्राओं की मानें तो उन्हें समूह बना कर वहां खड़ा होना पड़ता है। कॉलेज और आसपास के लोग उन्हें देखते हैं जिस कारण से काफी शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ता है।


वहीं छात्रा रूचि तिवारी का कहना है कि छात्राओं ने स्थानिय विधायक और मध्य प्रदेश शासन की कैबिनेट मंत्री कुसुम सिंह मेहदेले से लेकर कई प्रशासनिक अधिकारियों से मामले की शिकायत की लेकिन किसी ने उनकी एक नही सुनी। 

कॉलेज के प्रिंसिपल ए. के. सिंह का कहना है कि करीब एक साल पहले जब कला विभाग में विज्ञान विभाग जोड़ा गया था, तो लड़कियों का आम कमरा एक भंडार में बदल गया था। हमने लड़कियों से स्टाफ रूम शौचालय का इस्तेमाल करने को कहा है लेकिन वे बाहर जाना पसंद करती हैं। कॉलेज में बाउंड्री वॉल की भी बहुत अधिक आवश्यकता है कॉलेज में बाउंड्रीवाल ना होने की वजह से जानवरों के आने का भी खतरा बना रहता है


 

 


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