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सार्क: भारतीय गृहमंत्री के भाषण को कवर करने की मीडिया को नहीं मिली इजाजत

मीडिया            Aug 04, 2016


मल्हार मीडिया डेस्क। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को दक्षेस सम्मेलन में कहा कि न सिर्फ आतंकवादियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए बल्कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले व्यक्तियों, संगठनों और राष्ट्रों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। सार्क कांफ्रेंस में गृहमंत्री राजनाथ सिंह के भाषण को प्रसारित नहीं किया गया। भारत के गृहमंत्री के भाषण को कवर करने के लिए मीडिया को कवरेज की अनुमति नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों का शहीदों के रूप में महिमामंडन या प्रशंसा नहीं की जानी चाहिए। कोई भी अच्छा आतंकवादी या बुरा आतंकवादी नहीं होता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और आतंकवादियों की केवल निंदा करना पर्याप्त नहीं है। भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में जारी तनाव दक्षेस के गृह मंत्रियों के सम्मेलन में उस समय साफ तौर पर देखने को मिला, जब राजनाथ सिंह का आज अपने पाकिस्तानी समकक्ष चौधरी निसार अली खान से आमना-सामना हुआ। दोनों नेताओं ने बमुश्किल ही एक-दूसरे से हाथ मिलाए। जब सिंह सेरेना होटल में आयोजित सम्मेलन में पहुंचे तो खान वहां पदाधिकारियों का स्वागत करने के लिए दरवाजे पर ही खड़े थे। हाथ मिलाने के नाम पर दोनों नेताओं ने मुश्किल से एक दूसरे के हाथों को छुआ भर। यह औपचारिक तौर पर हाथ मिलाना भी नहीं था। इसके बाद सिंह सम्मेलन वाले हॉल की ओर बढ़ गए। इस सम्मेलन की कवरेज के लिए नयी दिल्ली से आए भारतीय मीडिया के सदस्यों को इस क्षण की तस्वीरें लेने का मौका नहीं दिया गया। भारतीय मीडिया को पाकिस्तानी अधिकारियों से दूर ही रखा गया। इसके कारण भारत के एक वरिष्ठ अधिकारी और एक पाकिस्तानी अधिकारी के बीच कहासुनी भी हो गई। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद भारत-पाक रिश्तों में आया ठंडापन इस सम्मेलन में साफ तौर पर दिखाई दे रहा था। दक्षेस को सफल क्षेत्रीय संगठन के रूप में देखने की इच्छाः पाक इसी बीच, खान ने कहा कि पाकिस्तान दक्षेस की प्रक्रियाओं को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और वह इसे एक सफल क्षेत्रीय संगठन के रूप में देखने की इच्छा रखता है। उन्होंने कहा, हमें इस बात का आकलन करना चाहिए कि हमने अब तक क्या हासिल किया है और क्या हासिल करना बाकी है। हमारे लिए समय आ गया है कि हम इस क्षण का सदुपयोग अपनी संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए करें। उन्होंने कहा, हमने दक्षेस की विभिन्न प्रक्रियाओं के प्रति ठोस योगदान किया है और करीबी क्षेत्रीय एकीकरण के लक्ष्य को विस्तार देने के लिए कई पहलें की हैं।


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