अपने बेटों का रेट लगाने वाले एक बार इसे जरूर पढ़ें:चौबे जी की चालाकी चारों खाने चित्त
वामा, वीथिका
Aug 25, 2016
मल्हार मीडिया।
चौबे जी का लड़का है अशोक, एमएससी पास। नौकरी के लिए चौबे जी निश्चिन्त थे, कहीं न कहीं तो जुगाड़ लग ही जायेगी। बियाह कर देना चाहिए।
मिश्रा जी की लड़की है ममता, वह भी एमए पहले दर्जे में पास है, मिश्रा भी उसकी शादी जल्दी कर देना चाहते हैं।
सयानों से पोस्ट ग्रेजुएट लड़के का भाव पता किया गया। पता चला वैसे तो रेट पांच से छः लाख का चल रहा है। पर बेकार बैठे पोस्ट ग्रेजुएटों का रेट तीन से चार लाख का है। सयानों ने सौदा साढ़े तीन में तय करा दिया।
बात तय हुए अभी एक माह भी नही हुआ था, कि कमीशन से पत्र आया कि अशोक का डिप्टी कलक्टर के पद पर चयन हो गया है।
चौबे जी:- नीच, हैं कमीशन वाले...!
चौबन:- लड़के की इतनी अच्छी नौकरी लगी है नाराज क्यों होते हैं..?
चौबे:- अरे सरकार निकम्मी है, मैं तो कहता हूँ इस देश में क्रांति होकर रहेगी..
अरे अगर यही पत्र कुछ दिन पहले नहीं भेज सकते थे, डिप्टी कलेक्टर का 40-50 लाख यूँ ही मिल जाता।
चौबन:- तुम्हारी भी अक्ल मारी गई थी, मैं न कहती थी महीने भर रुक जाओ, लेकिन तुम न माने...
हुल-हुला कर सम्बन्ध तय कर दिया...
चौबे:- हुम्म..पर अब क्या किया जाये ये सोचो...
चौबन:- मैं तो कहती हूँ मिश्रा जी को पत्र लिखिये वे समझदार आदमी हैंल डिप्टी कलेक्टर का सुन कर .रेट बढ़ा ही देंगे।
*(पत्र)*
प्रिय मिश्रा जी,
अत्र कुशलं तंत्रस्तु !
आपको प्रसन्नता होगी कि अशोक का चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हो गया है। विवाह के मंगल अवसर पर यह मंगल हुआ। इसमें आपकी सुयोग्य पुत्री के भाग्य का भी योगदान है।
अत: आप स्वयं समझदार हैं, विवाह की नीति व पद की मान मर्यादा जानते हैं। धर्म, मान, मर्यादा, सम्मान पर ही यह पृथ्वी टिकी हुई है।
मनुष्य का क्या है, जीता मरता रहता है। पैसा हाथ का मैल है, मनुष्य की प्रतिष्ठा बड़ी चीज है। मनुष्य को कर्तव्य निभाना चाहिए, धर्म नहीं छोड़ना चाहिए। और फिर हमें तो कुछ चाहिए नहीं, आप जितना भी देंगे अपनी लड़की को ही देंगे।
*मिश्रा परिवार ने पत्र पढ़ा, विचार किया और फिर लिखा चौबे को पत्र:*
प्रिय चौबे जी,
नमस्कार
आपका पत्र मिला, मैं स्वयं आपको लिखने वाला था। अशोक की सफलता पर हम सब बेहद खुश हैं। आयुष्मान अब डिप्टी कलेक्टर हो गया हैं। अशोक चरित्रवान, मेहनती और सुयोग्य लड़का है। वह अवश्य तरक्की करेगा।
और आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि ममता का चयन आईएएस के लिए हो गया है। आयुष्मति की यह इच्छा है कि अपने अधीनस्थ कर्मचारी से वह विवाह नहीं करेगी। मुझे यह सम्बन्ध तोड़कर अपार हर्ष हो रहा है।
व्हाटसएप ग्रुप से
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