मल्हार मीडिया भोपाल।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल में 21 दिसंबर को सक्करबाग जू-जूनागढ़, गुजरात से लॉयन का जोड़ा (नर एवं मादा) लगभग 1000 किलोमीटर की यात्रा तय कर सकुशल पहुँचा है। नर लॉयन एव मादा लॉयन दोनों की उम्र लगभग 3 वर्ष है। वन विहार में दोनों लॉयन की देखभाल एवं परीक्षण के लिए क्वारेन्टाईन में रखा गया है। वर्तमान में सत्या. गंगा एवं नदी सहित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 2 नर एवं 3 मादा लॉयन हो गये हैं। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान को यह सौगात शासन एवं विभाग स्तर पर विशेष प्रयासों से प्राप्त हुई है। लॉयन जोड़े के बदले वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल से नर बाघ (बाँधवगढ़-2) एवं मादा बाघ (बँधनी) को दिया गया है। दोनों की उम्र लगभग 06 वर्ष है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली से प्राप्त अनुमति अनुसार आदान-प्रदान योजना अंतर्गत 17 दिसम्बर को 9 सदस्यीय दल वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल से नर बाघ एवं मादा बाघ को लेकर सक्करबाग जू-जूनागढ, गुजरात के लिए रवाना हुआ एवं 21 दिसम्बर को सक्करबाग जू-जूनागढ़, भोपाल से लॉयन जोड़े को लेकर वन विहार आया। नौ सदस्यीय दल में वन विहार के इकाई प्रभारी पर्यटन एव सहायक वन्य प्राणी चिकित्सक भी शामिल है।
इस अवसर पर वन विहार संचालक, सहायक संचालक, वरिष्ठ वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी और अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। लॉयन के इस जोड़े के वन विहार आगमन से वन विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों में प्रसन्नता का माहौल है।
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