मल्हार मीडिया भोपाल
मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव हैं और घोषणाओं की बहार है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंगलवार 4 जुलाई को संविदा कर्मचारियों को कई बड़े तोहफे देते हुए ऐलान किया है कि संविदा कर्मचारियों की प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त की जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि नेशनल पेंशन स्कीम का सबको लाभ दिया जाएगा। वहीं अब वेतन में 90 प्रतिशत के स्थान पर 100 प्रतिशत के आधार पर केलकुलेशन किया जाएगा।
इसी के साथ स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा और अनुकंपा नियुक्ति भी दी जाएगी। रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी भी दी जाएगी।
नियमित पदों पर भर्ती में 50 प्रतिशत रिजर्वेशन दिया जाएगा और नियमित कर्मचारियों के अनुसार सारे अवकाश मिलेंगे। महिलाओं को समान रूप से मातृत्व अवकाश मिलेगा। कटा हुआ वेतन भी वापस किया जाएगा और कोई केस नहीं होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश के भव्य भवन का निर्माण हो रहा है और इसकी नींव के पत्थर संविदा कर्मचारी हैं। इन्होंने नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर और कहीं-कहीं उनसे भी अधिक कार्य किया है।
कई अवसर पर जान की बाजी लगाकर दायित्व निभाया और अद्भुत कार्य कर दिखाया। कोविड के दौर में भी संविदा कर्मचारियों ने नागरिकों की जिन्दगी बचाई, जिसे मध्यप्रदेश कभी भुला नहीं पाएगा।
संविदा कर्मचारियों की क्षमताएँ, सेवाभाव और कार्यकुशलता किसी से कम नहीं है। इस नाते इनके जीवन की अनिश्चितता को समाप्त करना आवश्यक है।
यदि आज मध्यप्रदेश नंबर-वन है तो इसके लिये विभागों में कार्य कर रहे संविदा कर्मचारियों ने आगे बढ़ कर कार्य किया है।
ये मध्यप्रदेश के लिए दाएं-बाएं हाथ और दिल की तरह हैं। मुख्यमंत्री आज लाल परेड मैदान परिसर स्थित नेहरू स्टेडियम में संविदा कर्मचारियों के विशाल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सीएम शिवराज की प्रमुख घोषणाएँ
- संविदा कर्मचारियों की सेवाओं के लिए प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त होगी।
- संविदा कर्मचारियों को समय-सीमा में नेशनल पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाएगा।
- संविदा कर्मचारियों को वेतन/मानदेय में पूर्व में निर्धारित 90 प्रतिशत के स्थान पर शत-प्रतिशत राशि प्रदान की जाएगी।
- संविदा कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए आवश्यक गणना संबंधी कार्यवाही शीघ्र की जाएगी।
- संविदा कर्मचारियों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ भी मिलेगा ।
- संविदा कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी की व्यवस्था की जाएगी।
- विभागों में नियमित पदों पर भर्ती में 50% पदों पर संविदा कर्मचारियों को आरक्षण रहेगा।
- संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह अवकाश के साथ मातृत्व अवकाश भी प्रदान किया जाएगा।
- संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह आकस्मिक, अर्जित और ऐच्छिक अवकाश मिलेंगे।
- कुछ कारणों से संविदा कर्मचारियों के काटे गए वेतन की राशि वापस की जाएगी। कोई केस नहीं चलेगा।
मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि संविदा कर्मचारी किसी भी तरह से नियमित कर्मचारियों से कम नहीं हैं और नियमित व संविदा कर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।
उन्होने कहा कि ‘आप मेरे बाएं हाथ हैं, आप मेरे दाएं हाथ हैं और आप मेरे दिल भी हैं।’उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश के नवीन भवन की नींव भी संविदाकर्मी हैं।
प्रदेश में लगभग ढाई लाख संविदा कर्मचारी है और इस घोषणा से उन सभी को लाभ हुआ है।
विधानसभा चुनाव को देखते हुए ये बहुत ही महत्वपर्ण घोषणाएं हैं क्योंकि लंबे समय से प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में सरकार के प्रति खासी नाराजगी थी।
लेकिन अब इन घोषणाओं के साथ सीएम शिवराज ने काफी हद तक उन्हें संतुष्ट कर दिया है। हालांकि अब भी उनका नियमित होने का सपना अधूरा ही है।
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