मल्हार मीडिया।
देश के प्रत्येक क्षेत्र में लोग अपने से उठकर जन सरोकार से जुड़े मसलों पर अपने तरीके और अपनी सामर्थ्य के अनुसार कार्य कर रहे हैं, इसकी समग्रता ही देश को सबल बनाती है।
झारखंड के बोकारो में श्रीमती आरती सिन्हा की देखरेख में दिव्यात्रि ट्रस्ट के नाम से इसी प्रकार का एक संगठन कार्य कर रहा है।
यह समूह रसायनमुक्त कृषि, भूजल स्तर सुधार, हरित भूमि जैसे विषयों पर निकटवर्ती क्षेत्र में कार्यरत है। लगभग 200 की संख्या में कृषक 50 एकड़ से अधिक भूमि पर अमृत कृषि पद्धति एवं cvr technique के सहयोग से विषमुक्त उपज ले रहे हैं।
इनके खेतों में धान, दालें, तिलहन, मसाले,सब्जियां आदि उगाए जाते हैं।
इनके अनुभव के अनुसार इस पद्धति से बहुत कम पानी के प्रयोग एवं बिना कोई रासायन प्रयोग किए अच्छी फसलें उगाई जा सकती हैं।
उपज बिक्री की बात करें तो ट्रस्ट के प्रतिनिधि के अनुसार उत्तम गुणवत्ता के उत्पादों को बिक्री की समस्या नहीं, संपर्क के समाज में आसानी से उच्च मूल्य पर इसके ग्राहक उपलब्ध हैं।
दिव्यात्रि पिछले 22 वर्षों से आसपास के क्षेत्र में पर्यावरण अनुकूल वृक्षों का रोपण, दिव्यांगजनों के जीवन को आसान बनाने के प्रयासों एवं संबंधित क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार के विषय पर कार्यरत है।
ट्रस्ट की अध्यक्ष आरती का कहना है कि सुपोषण चाहे हमारे परिवार का हो अथवा मृदा का दोनों ही महत्वपूर्ण है। हमारे पास इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं।
पोषण की यह व्यवस्था मात्र रसायनमुक्त कृषि ही दे सकती है, इसके लिए खेतों में रासायनों के प्रयोग को बंद कर प्राकृतिक कृषि के साथ गौ पालन को बढ़ावा देना होगा।
इन प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्र से युवाओं का शहर की ओर पलायन रुकेगा और ग्राम्य क्षेत्र समृद्ध होगा।
ग्राम समृद्धि ही एक समृद्ध भारत का आधार है।
अधिक जानकारी के लिए फोन नंबर 8877131818 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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