मल्हार मीडिया भोपाल।
कई जनोन्मुखी योजनाओं को पहली बार शुरू करने वाला मध्यप्रदेश अब तीर्थयात्रियों को हवाई यात्रा कराने वाला पहला राज्य भी बन गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रविवार 21 मई को भोपाल एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिये तीर्थ-यात्रियों के इंडिगो विमान को हरी झण्डी दिखाई।
विमान में 32 तीर्थ यात्री रवाना हुए, जिनमें 24 पुरूष और 8 महिलाएं प्रयागराज के दर्शन के लिये गए हैं।
ये बुजुर्ग कल 22 मई को दोपहर सवा 1 बजे भोपाल वापस आ जाएंगे।
तीर्थयात्रियों को विदाई देने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा है आज का दिन एक संकल्प पूरा होने और सपने के साकार होने का दिन है। उन्होंने कहा कि मनुष्य, भौतिक प्रगति के साथ आध्यात्मिक शांति चाहता है। भारत धर्म प्रधान देश है, भक्ति मार्ग में तीर्थ-यात्रा को प्रभु दर्शन का प्रभावी मार्ग माना गया है।
उन्होंने कहा हमारे बुजुर्ग बिना कष्ट के कम समय में तीर्थ कर' आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकें इस उद्देश्य से विमान से तीर्थ-यात्रा शुरू की गई है। वर्तमान में विमान से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में एक परिवार से एक सदस्य तीर्थ-यात्रा पर जा सकता हैं।
अगली यात्रा से एक परिवार से एक से अधिक सदस्यों की तीर्थ-यात्रा पर जाने की व्यवस्था की जाएगी, इससे बुजुर्ग अपने जीवनसाथी के साथ तीर्थ का पुण्य प्राप्त कर सकेंगे। रेल और विमान से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा लगातार जारी रहेगी।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश गरीब बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों को हवाई यात्रा कराने वाला देश का पहला राज्य है। मुख्यमंत्री ने तीर्थ-यात्री श्रीमती कृष्णा चौबे को प्रतीक स्वरूप बोर्डिंग पास की प्रतिकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार ने ऐसी व्यवस्था कर दी है, जिससे हवाई चप्पल पहने वाले भी हवाई यात्रा कर सकेंगें। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में विमान से तीर्थ-यात्रा की व्यवस्था करना प्रधानमंत्री की सोच को साकार करने का प्रयास है। यह यात्राएँ लगातार जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि योजना में अब तक 7 लाख 82 हजार बुजुर्ग रेल से तीर्थ-यात्रा कर चुके हैं। विमान से तीर्थ-यात्राओं का क्रम निरंतर जारी रहेगा। प्रयागराज के साथ ही शिर्डी, मथुरा-वृंदावन, गंगासागर की यात्रा विमान से कराई जाएगी। साथ ही प्रदेशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए विकास और कल्याण के कार्य निरंतर जारी रहेंगे।
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