मल्हार मीडिया भोपाल।
उत्तरप्रदेश के बाबा यानी पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर मध्यप्रदेश में अब मामा यानि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का बुलडोजर चल रहा है।
पिछले तीन दिनों में प्रदेश के तीन जिलों में आरोपियों के घर पर बुलडोजर चले हैं। रायसेन, श्योपुर और सिवनी में कार्रवाई हुई है। आरोपियों के घरों को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया है।
दिलचस्प बात ये है कि इस बुल्डोजर कार्रवाई की ब्रांडिंग भी शुरू हो गई है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने रामेश्वर शर्मा ने शहर के कई इलाकों में होर्डिंग लगवाए हैं।
होर्डिंग पर लिखा है कि बेटियों की सुरक्षा में जो भी बनेगा रोड़ा, मामा का बुलडोजर बनेगा हथौड़ा। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
राजनीतिक जानकार इस कार्यवाही को दूसरे ही नजरिये से देख रहे हैं। उनका मानना है कि यह 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान की नई छवि गढ़ने की कोशिश है।
उत्तरप्रदेश में बाबा का बुलडोजर काफी मशहूर हुआ था, इससे लोगों के बीच योगी आदित्यनाथ की यह छवि बनाई गई थी कि वह अपराधियों के प्रति सख्त हैं।
इसका फायदा उन्हें चुनाव में हुआ। एमपी में अपराधियों पर पहले भी इस तरह की कार्रवाई होती थी। मगर कभी ब्रांडिंग नहीं होती थी। यूपी में बीजेपी को मिली जीत के बाद शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश में इसी रूप में प्रोजेक्ट किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में पिछले तीन दिनों में तीन बड़ी कार्रवाई हुई है। रायसेन, श्योपुर और सिवनी में आरोपियों के घर गिराए गए हैं। सभी के घरों पर बुलडोजर चला है।
इसकी ब्रांडिंग खूब की गई। सरकारी तंत्र के साथ-साथ संगठन के लोगों ने भी इस कार्रवाई का प्रचार किया है।
इससे यही कयास लगाए जा सकते हैं कि हमेशा मुस्कुराते रहने वाले शिवराज सिंह चौहान की एक नई छवि गढ़ने की कोशिश हो रही है।
होर्डिंग लगाने वाले विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की शिवराज सिंह चौहान की मंशा साफ है।
वह राज्य में किसी भी आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रदेश में महिलाओं को पूरी सुरक्षा प्रदान करना चाहते हैं। मामा अपराधियों पर अब बुलडोजर चलवाएंगे।
शिवराज सिंह चौहान की नई छवि गढ़ने की कोशिशों को 2023 से जोड़कर देखा जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का चेहरा कौन होगा ये तो साफ नहीं है। लेकिन अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चलवाकर शिवराज सिंह चौहान को एक नए अवतार के रूप में प्रस्तुत जरूर किया जा रहा है। बीजेपी की ये कोशिश होगी कि 2023 के चुनाव में जब हम जनता के बीच जाएं, तो लॉ एंड ऑर्डर के नाम पर वोटरों को लुभा सकें।
Comments