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मंगल को मोहर्रम प्रशासन के लिए बना चुनौति,हिंदु जागरण मंच का एलान, खुले में करेंगे आरती

मध्यप्रदेश            Aug 03, 2022


इंदौर से नितिनमोहन शर्मा।
मोहर्रम ओर मंगलवार। ताज़िये ओर आरती। जिद ओर जुनून। इन सबसे अहिल्या नगरी को फिर से दो चार होना है। एक तरफ एलान है कि इस बार आरती दब छुपकर नही होंगी।

दूसरी तरफ मोहर्रम के मेले की तैयारी है। एक तरफ जिला प्रशासन को चेतावनी है कि मन्दिर ढंकने नही देंगे।

दूसरी तरफ जोश और उत्साह के साथ ताजियों को करबला मैदान ले जाने की तैयारी है।

अब संकट जिला प्रशासन के साथ साथ सरकार के सामने भी है। वह किस पक्ष का साथ दे, किसका नही?

जिला प्रशासन के सामने भी अब सब कुछ सौहार्द ओर शांति से संपादित करने की चुनोती भी मुंह बाए आ खड़ी हुई है।

जिला प्रशासन के लिए बीते करीब डेढ़ दशक से परेशानी का सबब बना करबला मैदान स्थित हनुमानजी मन्दिर का मामला इस बार फिर परेशानी का सबब बनने जा रहा है।

हर मंगलवार यहां आरती होती है। इस मंगलवार भी होगी। लेकिन मंगलवार को ही मुस्लिम समाज का मोहर्रम भी है।

मोहर्रम के मौके पर शहरभर के ताजिये करबला मैदान पहुंचते है, तीन दिवसीय मेला भी यहां लगता है।

ऐसे समय हर साल जिला प्रशासन यहां स्थित हनुमानजी मन्दिर को टीन की चद्दरों से कवर्ड कर घेरा बना देता है।

इस बार भी उसकी तैयारी ये ही है। लेकिन इसके विरोध में आरएसएस का आनुषंगिक संगठन हिन्दू जागरण मंच सामने आ गया है।

मंच ने दो टूक कहा दिया है कि इस बार न हनुमान मंदिर को लोहे के पतरो से ढांकने देंगे न गुपचुप आरती करेंगे। आरती खुले में ही होगी। मंच ने इसके लिए बहुसंख्यक समाज से आरती में आने का आव्हान भी किया है।

मंच ने वीडियो जारी कर अपना मंतव्य बताते हुए जिला प्रशासन से सवाल किया है कि आखिर वो हर साल टीन के पतरो में छुपाकर किन लोगों से हनुमानजी की रक्षा करते हो?

मंच के प्रांतीय प्रचार प्रमुख का कहना है अतुलित बल के स्वामी बजरंगबली स्वयम अपनी रक्षा करने में सक्षम है।

इस बार मोहर्रम मंगलवार को आ रहा है। इसके पहले भी जब ऐसा मौका आया है तो जिला प्रशासन ने एक नीति के तहत दोनो पक्षों के आयोजन को सफलतापूर्वक पूरा करवाया है।

इसके लिए करबला मैदान के मुहाने पर बने हनुमान मंदिर को टीन की चद्दरों के साथ सुरक्षा घेरे में ले लिया जाता है। यहां पुलिस बल भी तैनात कर दिया जाता है।

आरती करने वालों को करबला मैदान के सामने काटजू कालोनी वाले हिस्से में बुलाया जाता है। फिर पुलिस सुरक्षा में आरती करने वालो को मन्दिर तक ले जाया जाता है।

आरती के बाद उसी सुरक्षा घेरे में सबको वापस काटजू कालोनी छोड़ दिया जाता है। तत्कालीन कलेक्टर विवेक अग्रवाल के समय से ये व्यवस्था लागू है।

अग्रवाल के कार्यकाल में हिन्दू जागरण मंच का ये हनुमान मंदिर का आंदोलन शुरू हुआ था। उस वक्त काफी तनाव के हालात बने थे। शहर के 4 थाना क्षेत्रो में कर्फ़्यू तक लगाना पड़ा था।

तब आरती करने वालों को बस में लाया ले जाया गया था।

ये परेशानी प्रशासन को तब ही आती है जब मंगलवार और मोहर्रम एक ही दिन आ जाता है।

इस बार भी मंगलवार और मोहर्रम एक साथ आ गये है। कल मंगलवार को करबला मैदान में हनुमान मंदिर में साप्ताहिक आरती थी।

आरती में अन्य लोगो के साथ मंच के सदस्य और पदाधिकारी भी शामिल हुए। जिला प्रशासन को चेतावनी इसी अवसर पर जारी की गई।

मंच के रामेश्वर जिला इकाई के अध्यक्ष जगदीश खत्री ने वीडियो जारी कर साफ कर दिया कि इस बार की आरती खुले में होगी। हम जिला प्रशासन को टीन की चद्दरें नही लगाने देंगे।

हिंदू जागरण मंच, मालवा प्रांत प्रचार प्रमुख पंडित राजपाल जोशी का कहना है हनुमान जी स्वयं अतुलित बलशाली है। प्रशासन उस मंदिर को चारों ओर से पतरो से ढक कर किन लोगों से मंदिर की सुरक्षा करना चाहता है वह स्पष्ट करें। हम हमारे देवता के मंदिर को ढकने नहीं देंगे और ना ही चोरों की तरह पर्दों के पीछे से आकर वहां आरती करेंगे। हम इस बार एकदम खुले में हिंदू समाज की गौरवशाली परंपरा का निर्वहन करेंगे।

हिंदू जागरण मंच के इंदौर विभाग संयोजक धीरज यादव ने कहा कि प्रशासन सिर्फ हिंदू समाज पर ही अपनी मर्जी थोपता है, विधर्मीयों के आगे बेबस हो जाता है
25 वर्षों से हो रही मंगलवार एवं शनिवार की आरती इस बार भी भव्य रुप से होगी समग्र हिंदू समाज आरती में आमंत्रित हैं।

 



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