मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 1 जुलाई से शुरू हो रहा है इससे पहले आज शुक्रवार 28 जून को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी विभागों की जानकारी ली।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विधानसभा के आगामी सत्र के लिए विभाग और विभागाध्यक्ष प्रश्नों के उत्तर भेजने के साथ ही विभागीय उपलब्धियों का विवरण भी तैयार रखें। विधानसभा एक ऐसा माध्यम है, जहाँ शासन के श्रेष्ठ कार्यों की जानकारी दिए जाने से आमजन तक भी महत्वपूर्ण सूचनाएं पहुंच जाती हैं।
विधानसभा सदस्यों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर समय-सीमा में भेजे जाएं। उत्तर के रूप में भेजी गई जानकारी भी संपूर्ण एवं प्रासंगिक होना चाहिए। इसी तरह जनकल्याण से जुड़ी राज्य शासन की प्राथमिकताओं का ब्यौरा भी इसमें शामिल होना चाहिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बैठक में विधानसभा सत्र के लिए की जा रही तैयारियों और जरूरी जानकारी भेजने के कार्यों की विभागवार समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मंत्रालयीन सभाकक्ष में एक बैठक में आगामी एक जुलाई से प्रारंभ हो रहे मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र की तैयारियों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बैठक में विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को सत्र के संबंध में शासन स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही के संबंध में आवश्यक निर्देश भी दिए। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव संसदीय कार्य विभाग श्री के.सी. गुप्ता, प्रमुख सचिव विधानसभा श्री ए.पी. सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय सर्वश्री संजय कुमार शुक्ला और राघवेन्द्र कुमार सिंह, प्रमुख सचिव जनसंपर्क एवं विमानन संदीप यादव सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विधानसभा सत्र में पारित किए जाने वाले विधेयक से संबंधित आवश्यक प्रक्रिया सत्र के पूर्व यथाशीघ्र पूर्ण की जाए। इसके साथ ही अपूर्ण प्रश्न, शून्यकाल की सूचना से संबंधित जानकारी भी तैयार कर विधानसभा सचिवालय को भेजी जाए। सत्र के दौरान विभागों द्वारा निर्धारित नोडल अधिकारी नियमित रूप से उपस्थित रहें। सत्र में बजट प्रस्तुत किए जाने के दिन भी संबंधित अधिकारी दायित्व पर उपस्थित रहें। विभागों के अधिकारी, विभागों द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों का विस्तृत विवरण आवश्यकतानुसार उपलब्ध करवाएं।
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