मल्हार मीडिया भोपाल।
सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए प्रभावी नीतियों को आकार देने वाले महत्वपूर्ण घटकों और डेटा संग्रह की स्थिति पर चर्चा करने के लिए "तथ्य आधारित सामाजिक और आर्थिक विकास" पर तीन दिवसीय सम्मेलन कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में 11 से 13 सितंबर तक होगा। इस बहुआयामी सम्मेलन का आयोजन अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान भोपाल द्वारा किया जा रहा है।
सम्मेलन की थीम ‘नीतियों को परिणाम में बदलना’ रखी गई है। इसका उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए प्रभावी नीतियों को आकार देने में मजबूत तथ्य और विश्वसनीय डेटा की अपरिहार्य भूमिका पर प्रकाश डालना है। राज्य स्तर पर डेटा संग्रह और सांख्यिकीय क्षमताओं को मजबूत करना, सार्वजनिक डेटा तक पहुंच में सुधार करना और बच्चों की जरूरतों और लैंगिक समानता के प्रति उत्तरदायी सार्वजनिक वित्त प्रबंधन को बढ़ावा देना, जैसे विषय चर्चा में शामिल रहेंगे।
अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान द्वारा आरंभ किए जाने वाले इस नए केन्द्र से सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के प्रभाव का आंकलन करने में सहयोग मिलेगा। केन्द्र का उद्देश्य मध्यप्रदेश में मूल्यांकन की संस्कृति को बढ़ावा देना, रचनात्मक संवाद में शामिल होना और मूल्यांकन मानकों को बढ़ाना है। केंद्र सर्वोत्तम प्रथाओं की पहचान करने और मूल्यांकन प्रक्रियाओं में सार्वजनिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ सहयोग करेगा।
कार्यशाला में मुख्यतः तीन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। चाइल्ड एवं जेंडर बजटिंग के लिए संस्थागत तंत्र को स्थापित करना और दायरे के विस्तार के लिए विकल्प तलाशना, बच्चों और जेंडर विकास परिणामों के समर्थित और वास्तविक कार्यान्वयन के बीच अंतर को समाप्त करने के लिए रणनीतियाँ बनाना और बच्चों और जेंडर विकास परिणामों को वित्तपोषित करने के लिए वैकल्पिक वित्तपोषण तंत्र को विकसित करना| कार्यशाला के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ चाइल्ड और जेंडर विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए नीतिगत इरादे और वास्तविक परिणामों के बीच अंतर को पाटने की रणनीतियों पर भी चर्चा करेंगे।
मध्य प्रदेश सरकार का आर्थिक और सांख्यिकी निदेशालय, सांख्यिकीय उपकरणों और आधुनिक पद्धतियों का उपयोग करने में अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को सशक्त बनाने के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम करेगा। इस पहल का उद्देश्य सूचित नीति निर्माण के लिए राज्य की सांख्यिकीय क्षमताओं को बढ़ाना है।
नीति आयोग के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसमें नीति आयोग के राष्ट्रीय डेटा और एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म (एनडीएपी) और डेटा पहुंच और उपयोग में क्रांति लाने की इसकी क्षमता के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। यह सत्र मध्यप्रदेश डेटा और एनालिटिक्स प्लेटफ़ॉर्म (एमपी.डीएपी) बनाने के लिए एनडीएपी को अपनाने पर चर्चा करेगा।
तथ्य-आधारित सामाजिक और आर्थिक विकास पर होने वाला यह सम्मेलन समृद्ध भविष्य के लिए तथ्य-आधारित निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और हितधारकों को एक साथ लायेगा।
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