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कैब चालक को लापरवाही से रोकने पर भीड़ ने आरक्षक को पीटा

मध्यप्रदेश            Jun 09, 2024


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के गोविंदपुरा थाना क्षेत्र में स्थित बरखेड़ा पठानी में कैब चालक ने शनिवार की देर रात आरक्षक को लापरवाही से ओवरटेक किया। पुलिसकर्मी ने चिल्लाकर वाहन को सही से चलाने की बात कही। इस पर आरोपी चालक रुका और बदसलूकी करने लगा। आरक्षक के विरोध करने पर आरोपी ने मारपीट शुरू कर दी। आरोपी पास में ही रहता था, मारपीट देख बस्ती के लोग निकल आए।

उन्होंने भी आरक्षक के साथ बेरहमी से मारपीट की। पत्थर, डंडे और बेल्ट से करीब दो दर्जन से अधिक युवकों ने हमला कर दिया। इसी बीच उनकी कॉलोनी के दो युवकों का वहां से गुजर हुआ। आरक्षक पर हमला कर रहे लोगों को उन्होंने रोकने का प्रयास किया तो भीड़ ने उनके साथ भी मारपीट कर दी। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

गोविंदपुरा पुलिस के मुताबिक दीपक आचार्य (32) निवासी टैगोर नगर गोविंदपुरा डीसीपी जोन-2 श्रृद्धा तिवारी के कार्यालय में साइबर शाखा में पदस्थ हैं। शनिवार की रात को वह घर लौट रहे थे। बरखेड़ा पठानी में स्थित बस्ती के सामने मेन रोड पर अपनी बाइक से गुजरे ही थे कि औरा कार जो टैक्सी नंबर पर थी के चालक ने उन्हें लापरवाही से ओवटैक किया। आवाज लगाकर गलत तरीके से वाहन चलाने का आरक्षक ने विरोध किया।

इस पर आरोपी टैक्सी चालक ने वाहन को रोक लिया। उसने बदसलूकी की। विरोध करने पर आरोपी ने मारपीट शुरू कर दी। आरक्षक ने अपने बचाव का प्रयास किया, तभी चालक के साथियों ने भी उनपर हमला कर दिया। हमले में आरक्षक को साधारण चोट आई हैं। उनकी शिकायत पर धारा 323, 294, 506, 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है।

आरक्षक दीपक आचार्य ने बताया कि बरखेड़ा पठानी में एक औला कार के चालक से ओवरटेक करने को लेकर विवाद हुआ था। मैने सामान्य रिएक्ट किया था कि गाड़ी देखकर चलाओ। इसी बात को लेकर चालक ने वाहन को रोका और कार से उतरकर बदसलूकी करने के बाद मुझे चांटा मार दिया। मैंने बचाव का प्रयास किया तो आरोपी ने शोर मचाकर वहीं स्थित बस्ती में रहने वाले कुछ अन्य युवकों को बुला लिया।

मैं कुछ समझ पाता इससे पहले ही आरोपियों ने जिसके हाथ जो आया उससे पीटना शुरू कर दिया। आरोपी पत्थर, डंडे और बेल्ट से पीट रहे थे। देखते ही देखते हमलावरों की संख्या करीब 50 से अधिक हो गई। आरोपियों ने मुझे जमीन पर लिटा रखा था। मेरे गले को एक युवक ने दवा दिया। भीड़ में ही शामिल एक युवक ने गला दवा रहे युवक को हटाया। मेरी कमर, पीठ, नाक, सिर और चेहरे में चोट आई हैं। इसी बीच कुछ युवक मेरे हाथ पांव पर बैठ गए। एक युवक बड़ा पत्थर हाथ में लेकर मेरे सिर को कुचलने ही वाला था कि मेरी कॉलोनी में रहने वाले अजय सिंह कुशवाह का वहां से गुजर हुआ।

उनके साथ कॉलोनी का एक अन्य युवक विशाल विश्वकर्मा भी थे। मुझे घायल देख उन्होंने बचाने का प्रयास किया। पत्थर सिर में मारने के लिए आगे बढ़ रहे युवक को धक्का देकर उसके हाथ से पत्थर को गिरा दिया। इसके बाद भीड़ ने अजय और उसके साथियों पर भी हमला कर दिया। भगवान ने सही समय पर अजय को भेज दिया, नहीं तो आज शायद हीं मैं जिंदा होता।

घटना के चश्मदीद अजय सिंह कुशवाह ने बताया कि मैं और दोस्त विशाल विश्वकर्मा रात के समय बजरंग मार्केट से गुजर रहे थे। जहां भारी भीड़ किसी को मारती दिखी, हमने पास जाकर देखा तो लोग हमारे दोस्त दीपक को मार रहे थे। एक युवक बड़ा पत्थर हाथ में लेकर दीपक के सिर को कुचलने आगे बढ़ रहा था। उसे धक्का देकर पत्थर गिराया। लोगों को बताया, मत मारो इसे यह पुलिस डिपार्टमेंट है।

यह सुनने के बाद आरोपी और आक्रामक हो गए। उन्होंने मेरे साथी विशाल और मुझे भी पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद भी आरोपी दीपक को पीटते रहे। इसी बीच एक अन्य पुलिसकर्मी का वहां से गुजर हुआ। उसने हमें बचाया, नहीं तो भीड़ दीपक की जान लेने पर आमादा थी। उनके हाथ में जो कुछ भी आ रहा था, उससे मारपीट कर रहे थे। हम किसी आरोपी को नहीं जानते हैं।

 

गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवदेश सिंह तोमर ने बताया कि फिलहाल मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। फरियादी के डिटेल बयानों को दर्ज कर आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

 

 



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