मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों को एमपी कांग्रेस प्रमुख ने खारिज किया है। राज्य में कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने दावा किया है कि कमलनाथ से उनकी फोन पर बात हुई है, जिसमें उन्होंने (कमलनाथ) साफ किया है कि वे कांग्रेसी थे, हैं और हमेशा रहेंगे।
उन्होंने मीडिया में चल रहीं बातों को गलत बताया है। मालूम हो कि बीते दिन छिंदवाड़ा से नौ बार के सांसद कमलनाथ अचानक दिल्ली आ गए थे, जिसके बाद से अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे अपने बेटे नकुलनाथ और कई अन्य विधायकों के साथ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
कांग्रेस नेता कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "अभी मेरी कमलनाथ जी से बात हुई है, उन्होंने कहा कि जीतू मीडिया में जो ये बातें आ रही हैं ये भ्रम है। मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा।
लोकतंत्र में हार जीत होती रहती है। हर परिस्थिति में उन्होंने दृढ़ता से कांग्रेस के विचार के साथ अपना जीवन जिया है और आगे भी कांग्रेस के विचार के साथ अंतिम सांस तक जीवन जिाएंगे। ये उनकी खुद की भावना है जो उन्होंने मुझसे कहा है।"
इससे पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा था कि कमलनाथ ने अपनी राजनीतिक यात्रा सबसे पुरानी पार्टी से शुरू की और वह इसे नहीं छोड़ेंगे। सिंह ने कहा कि वह और अन्य कांग्रेस नेता एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के संपर्क में थे। राज्यसभा सदस्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हम सभी कमलनाथ को दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा जी (संजय गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बाद) का तीसरा बेटा मानते थे।" सिंह ने कहा, "कमलनाथ जी हमेशा कांग्रेस के साथ रहे हैं। वह एक सच्चे कांग्रेस नेता हैं। उन्हें मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, एआईसीसी महासचिव और एमपी कांग्रेस प्रमुख सहित सभी पद मिले हैं। उनका चरित्र ऐसा है कि वह केंद्रीय एजेंसियों ईडी, आईटी या सीबीआई के दबाव में नहीं आएंगे।" उन्होंने कहा, "ऐसी सभी अटकलों का सबसे बड़ा खंडन यह है कि कमलनाथ अब भी भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं या कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है।"
कमलनाथ के कई करीबी विधायक दिल्ली पहुंचे
वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों के बीच करीब आधा दर्जन करीबी विधायक रविवार को दिल्ली पहुंच गए। दिग्गज नेता के करीबी सूत्रों ने बताया कि इनमें से तीन विधायक छिंदवाड़ा से हैं, जबकि इस क्षेत्र से अन्य तीन विधायक दिल्ली जाने के लिए तैयार हैं।
छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद और वर्तमान में इस सीट से विधायक कमलनाथ एक पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें नवंबर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। ये विधायक कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं।
वहीं, कुछ कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने दावा किया कि कमलनाथ के वफादार और पूर्व राज्य मंत्री लाखन घनघोरिया भी उनके साथ दिल्ली में डेरा डाले हुए थे।
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना ने छिंदवाड़ा में संवाददाताओं से कहा कि विधानसभा में हार के बाद जिस तरह से कमलनाथ को राज्य इकाई प्रमुख के पद से हटाया गया, उससे वह आहत हैं।
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