मल्हार मीडिया भोपाल।
दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह ने शुक्रवार 19 मई को कहा कि उन्हें भाजपा में गए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की कमी खलती है, क्योंकि उनके कांग्रेस में होने से कांग्रेस को लाभ था।
गौरतलब है कि सिंधिया की सरपरस्ती में कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के विधानसभा से त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार का 20 मार्च 2020 को पतन हो गया था।
इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी 23 मार्च 2020 को सूबे की सत्ता में लौट आई थी. लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं।
वह मध्य प्रदेश के गुना जिले के चाचौड़ा क्षेत्र से पार्टी के विधायक हैं।
लक्ष्मण सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे तो सिंधिया की कमी खलती है, क्योंकि उनके होने से कांग्रेस को लाभ था।
इसमें कोई शक की बात नहीं है कि सिंधिया में क्षमता है और वह बड़े अच्छे वक्ता हैं।
लक्ष्मण सिंह ने दावा किया कि अब भाजपा के सैकड़ों नेता कांग्रेस में आना चाहते हैं, क्योंकि वे अपनी पार्टी से नाराज हैं। उन्हें पता है कि इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों में किस पार्टी की सरकार बन रही है।
फिल्म ‘‘द केरल स्टोरी’’ में लोगों को कथित रूप से बरगलाकर उनका धर्म बदलने की बात दिखाए जाने पर सिंह ने कहा कि मैंने यह फिल्म नहीं देखी है।
इसलिए मैं नहीं कह सकता कि इसमें कितनी सच्चाई बताई गई है। लेकिन मैंने 1975 में केरल में चाय की एक कम्पनी में नौकरी की है। हम सुनते थे कि ये घटनाएं (अनुचित तरीके से धर्मांतरण) वहां होती हैं और चाय के बागान के कई परिवार इसके शिकार हुए हैं।
सिंधिया को लेकर पूछे सवाल पर लक्ष्मण सिंह ने कहा कि सिंधिया के बीजेपी में आने पर ग्वालियर-चंबल संभाग में कांग्रेस को फायदा मिला है। सिंधिया नहीं हारेंगे, क्योंकि वे चुनाव नहीं लड़ रहे, उनके लोग जनता के बीच जा रहे हैं।
उनकी दुर्दशा क्या हो रही है, ये सब देख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ग्वालियर-चंबल में भाजपा की ज्यादा सीटें नहीं आने वाली। अधिकतर जो इनके लोग बीजेपी में गए हैं, 90% लोग हारेंगे।
नाव के बाद सिंधिया को अपनी गलती का एहसास भी होगा। लक्ष्मण सिंह ने कहा मैंने सिंधिया परिवार को कभी गद्दार नहीं कहा।
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