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मध्यप्रदेश हिंदी के प्रति मानसिकता बदलने की राह पर, सीएम ने बदली सोशल मीडिया डीपी

मध्यप्रदेश            Oct 14, 2022


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू कर मध्यप्रदेश एक नया इतिहास रचने जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू कर हम अंग्रेजी के बिना काम नहीं चल सकता की मानसिकता को बदलने की राह पर हैं।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 16 अक्टूबर को हिन्दी में मेडिकल की पढा़ई का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर एमबीबीएस प्रथम वर्ष की हिन्दी पुस्तकों का विमोचन भी किया जाएगा।

यह गुलाम मानसिकता से मुक्ति का पर्व होगा, जो एक सामाजिक क्रांति है।

मुख्यमंत्री केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री के मुख्य आतिथ्य में 16 अक्टूबर को लाल परेड ग्राउंड पर होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।

 निवास कार्यालय पर बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, सामाजिक कार्यकर्ता हितानंद शर्मा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उन्होंने कहा कि विश्व पटल पर हमारी प्रतिभाएँ अपनी मातृ भाषा से स्थापित हो सकें, इसी उद्देश्य से मध्यप्रदेश में चिकित्सा एवं अभियांत्रिकी की शिक्षा हिन्दी माध्यम से देने की पहल की गई है।

इससे हिन्दी माध्यम से अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। उनकी नैसर्गिंक प्रतिभा का प्रकटीकरण होगा। मध्यप्रदेश से हो रही यह शुरूआत हमारे लिए गौरव का विषय है।

श्री चौहान ने कहा कि सभी जिलों में 15 अक्टूबर को हिन्दी प्रेमी सम्मेलन हों, सभी स्कूल, कॉलेजों में हिन्दी में ज्ञान के प्रकाश कार्यक्रम में संगोष्ठियाँ तथा अन्य गतिविधियाँ की जाए। विद्यार्थियों को यह जानकारी दी जाए कि हिन्दी में भी मेडिकल की पढ़ाई संभव है।

मुख्यमंत्री ने आज अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में प्रारंभ करने वाला देश का पहला राज्य मध्यप्रदेश की थीम पर डीपी लगाई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वविदित है कि बच्चे जन्म लेते ही अपनी मातृ भाषा सीखने लगते हैं। प्रतिभा का सहज प्रकटीकरण अपनी मातृ भाषा में ही हो सकता है।

 

 



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