मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के मोहन मंत्रिमंडल में 28 विधायक मंत्रीपद की शपथ लेंगे यह समाचार कल 24 दिसंबर को मल्हार मीडिया ने प्रमुखता से प्रसारित किया था जिस पर आज मोहर लग गई।
मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो गया है। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इनमें से 18 विधायकों को कैबिनेट और 10 विधायकों को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।
28 मंत्रियों में 7 सामान्य वर्ग से, 11 ओबीसी वर्ग से, 6 एससी वर्ग से और 4 एसटी वर्ग से हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद डॉ. मोहन यादव कैबिनेट की पहली बैठक मंगलवार को बुलाई गई है।
सबसे पहले कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा, उदयप्रताप सिंह ने एक साथ शपथ ली।
दूसरी बार में कुंवर विजय शाह, तुलसीराम सिलावट, एदल सिंह कंषाना, निर्मला भूरिया, गोविंद सिंह राजपूत, विश्वास सारंग ने शपथ ग्रहण की।
तीसरी बार में नारायण सिंह कुशवाह, नागर सिंह चौहान, चैतन्य काश्यप, इंदर सिंह परमार, राकेश शुक्ला, प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शपथ ली।
चौथी बार में संपतिया उइके ने अकेले शपथ ली। शपथ के बाद उन्होंने राज्यपाल के पैर छुए।
मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली। शपथ के बाद सभी मंत्री एक साथ मंच पर दिखे।
पहली बार जीतकर आए ये 6 विधायक मंत्री बने
प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, संपतिया उइके, नरेंद्र पटेल, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह। इनमें प्रहलाद सिंह पटेल दमोह से सांसद और केंद्र में मंत्री थे। वे नरसिंहपुर सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। राकेश सिंह जबलपुर से सांसद थे। वे जबलपुर पश्चिम से जीतकर विधायक बने।
सिंधिया समर्थक 3 विधायक मंत्री बने
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 3 विधायकों तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युम्न सिंह तोमर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इनके अलावा शिवराज सरकार में मंत्री रहे प्रभुराम चौधरी और बृजेन्द्र सिंह यादव को मोहन मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
नए मंत्रिमंडल में शिवराज सरकार के केवल 6 मंत्रियों को ही जगह मिली। शिवराज सरकार में कुल 33 मंत्री थे। इनमें से 31 चुनावी मैदान में उतरे थे। 12 मंत्री चुनाव हारे, जबकि 19 मंत्री जीतकर फिर से विधानसभा पहुंचे। इनमें से मोहन यादव मुख्यमंत्री, जगदीश देवड़ा और राजेन्द्र शुक्ला डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ले चुके हैं। बचे 16 में से 10 को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
सांसद से विधायक बनी रीति पाठक को जगह नहीं
बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सासंदों को चुनावी मैदान में उतारा था। इनमें से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए। नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप सिंह और रीति पाठक चुनाव जीतकर विधायक बने। तोमर विधानसभा अध्यक्ष चुने जा चुके हैं। वहीं प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह और राव उदय प्रताप सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। सीधी से विधायक चुन कर आईं रीति पाठक को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
कैलाश विजयवर्गीय 8 साल बाद मंत्री बने
इंदौर-1 से सीट से जीते कैलाश विजयवर्गीय 8 साल बाद फिर मंत्री बने हैं। वे 2003 से 2015 तक कैबिनेट मंत्री रहे। 2015 में जब उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था तो उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
विजयवर्गीय 7 बार विधायक चुने जा चुके हैं। वे 1990 में इंदौर-4 से, 3 बार 1993, 1998 और 2003 में इंदौर-2 से, 2 बार 2008 और 2013 में महू से और एक बार 2023 में इंदौर-1 से विधायक बने। कैलाश विजयवर्गीय इस बार चौथी बार के कैबिनेट मंत्री बने हैं। वे साल 2000 में इंदौर के महापौर भी रह चुके हैं।
मोहन यादव कैबिनेट में 28 मंत्रियों को शामिल किए जाने के बाद कैबिनेट की दूसरी बैठक मंगलवार को बुलाई गई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ यादव सभी 31 मंत्रियों के साथ भविष्य के कार्य योजना पर चर्चा करेंगे। सुबह 11 बजे से मंत्रालय में होने वाली बैठक के चलते सभी मंत्रियों को भोपाल में रुकने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए थे। गौरतलब है कि मोहन यादव कैबिनेट की पहली बैठक 13 दिसंबर को हुई थी जिसमें मुख्यमंत्री डॉ यादव के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र कुमार शुक्ला शामिल हुए थे।
दिलीप जायसवाल, नारायण सिंह पंवार, लखन पटेल, गौतम टेटवाल, धर्मेंद्र लोधी और कृष्णा गौर ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली।
दिलीप जायसवाल, नारायण सिंह पंवार, लखन पटेल, गौतम टेटवाल, धर्मेंद्र लोधी और कृष्णा गौर ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली।
अभी भी मंत्रियों के 4 पद खाली
प्रावधान से मुताबिक मध्यप्रदेश में 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें से 28 मंत्रियों ने सोमवार को शपथ ली। जबकि एक मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम पहले ही शपथ ले चुके हैं। इस तरह कुल 31 मंत्री बन चुके हैं। ऐसे में अभी 4 मंत्री और बनाए जा सकते हैं।
28 जिलों को नहीं मिले मंत्री, अब विभाग बंटवारे का इंतजार
मोहन यादव मंत्रिमंडल में प्रदेश के 55 जिलों में से 28 जिलों को सीधे तौर पर कोई मंत्री नहीं मिला है। 2 जिले छिंदवाड़ा और श्योपुर में बीजेपी के विधायक ही नहीं हैं। बचे 27 जिलों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मोहन यादव सरकार में दिया गया है।
प्रदेश के 10 संभागों में इंदौर संभाग के चार जिलों, उज्जैन संभाग के तीन, ग्वालियर के चार, चंबल के एक, रीवा के तीन, शहडोल के दो, सागर के तीन, भोपाल के एक, नर्मदापुरम के तीन और जबलपुर के 6 जिलों को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल पाया है। इन संभागों के बाकी जिलों के मंत्रिमंडल में स्थान मिला है।
विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 3 दिसंबर को आया था। इसके ठीक 10 दिन बाद 13 दिसंबर को सीएम डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। 12 दिन बाद 25 दिसंबर (सोमवार) को मंत्रिमंडल विस्तार हुआ।
2018 में इसी दिन कमलनाथ के 28 मंत्रियों ने ली थी शपथ
25 दिसंबर 2023 को मोहन यादव सरकार के 28 मंत्रियों ने शपथ ली। ये संयोग है कि 5 साल पहले 2018 में इसी तारीख को कमलनाथ कैबिनेट का विस्तार हुआ था। ये भी संयोग है कि उस समय भी 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव राजभवन में करीब 20 मिनट तक रुके। उन्होंने राज्यपाल मंगुभाई पटेल को आज शपथ लेने वाले मंत्रियों की लिस्ट सौंपी।
भोपाल के एमपी नगर चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और विधायक विश्वास सारंग ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
भोपाल के एमपी नगर चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और विधायक विश्वास सारंग ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे विधायकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, 'मैं आज शपथ ले रहे सभी मंत्री मित्रों को.. कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार के मंत्री, राज्य मंत्री.. सबको हृदय से बधाई देता हूं। शुभकामनाएं देता हूं। वे अपनी संपूर्ण क्षमताओं के साथ पूरी निष्ठा और लगन से प्रदेश की जनता की सेवा का एक नया इतिहास रचेंगे। बहुत बहुत शुभकामनाएं।
शिवराज ने कहा, 'मुझे ये भी विश्वास है कि संकल्प पत्र में हमने जो संकल्प व्यक्त किए हैं, प्रदेश के विकास के और जनता के कल्याण के..उन संकल्पों को भी पूरा करने में ये टीम कोई कसर नहीं छोड़ेगी।'
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 13 दिसंबर बुधवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। उनके साथ ही जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी CM के रूप में शपथ ग्रहण की थी। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट में शिवराज सरकार में मंत्री रहे 10 चेहरों को बाहर कर दिया गया। नए मंत्रिमंडल में जगह न बना पाने वाले नेताओं में शिवराज सरकार में प्रभावशाली मंत्री रहे भूपेंद्र सिंह, सिंधिया समर्थक डॉ. प्रभुराम चौधरी, बृजेंद्र सिंह यादव, पूर्व सीएम वीरेंद्र सकलेचा के बेटे ओमप्रकाश सकलेचा, आदिवासी नेता बिसाहूलाल सिंह, मीना सिंह, सिख समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले हरदीप सिंह डंग और उषा ठाकुर जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल में 28 मंत्री बनाए गए हैं। 18 ने कैबिनेट और 10 ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। 13 मंत्रियों की उम्र 60 साल से ज्यादा है। सीहोर जिले की इछावर सीट से विधायक करण सिंह वर्मा (68) सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। सतना जिले की रैगांव सीट से विधायक प्रतिमा बागरी (35) सबसे कम उम्र की मंत्री हैं। पूरी खबर पढ़ें
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