मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नव वर्ष में निर्धारित रोडमेप के साथ राज्य सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर ढंग से क्रियान्वयन किया जाए। हमारा जीवन तभी सार्थक होगा,
जब हम अपनी शत- प्रतिशत क्षमता से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री आज निवास पर समत्व भवन के संवाद कक्ष में नव वर्ष पर मंत्रीगण, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, विभागाध्यक्ष, एचओडी, सभी संभागायुक्त, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस आयुक्त एवं जिला पुलिस अधीक्षक को संबोधित कर रहे थे।
श्री चौहान ने कहा कि बिजली के मामले में सरप्लस स्टेट बनने जैसी हमारी अनेक उपलब्धियाँ हैं। साल भर में हमने जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं उसे जनता के सामने रखें।
लघु फिल्मों, सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया आदि के माध्यम से हर विभाग की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस केवल सरकारी कर्मकांड बन कर नहीं रहेगा, इसमें जनता शामिल हो। मैं स्वयं जबलपुर में रहूँगा। गणतंत्र दिवस को अद्भुत और उत्सवी माहौल में मनाया जाए।
इसके लिए विभिन्न कार्यों की प्राथमिकता तय कर काम करें। संत रविदास की जयंती पर सामाजिक समरसता के साथ कार्यक्रम हों।
उन्होंने कहा कि जन-सेवा अभियान का एक और दौर अप्रैल में चलेगा। हवाई जहाज से मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन यात्रा होगी। कूनो में चीता प्रोजेक्ट बनेगा। बैगा, भारिया, सहरिया जाति के अलावा कोल वर्ग की महापंचायत भी होगी।
हर विभाग का रिपोर्ट कार्ड बनेगा, जो टारगेट तय किए थे, उसकी जानकारी ली जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीएम कॉन्क्लेव के निर्देशों का पालन होना चाहिए। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में कितना काम किया इसका भी रिपोर्ट कार्ड बनेगा। आम बजट की तैयारी करें।
घोषणाओं और निर्देशों को पूरा करें। हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ समय पर मिले। तृतीय-चतुर्थ और संविदा श्रेणी के वेतन और मानदेय का भुगतान समय पर हो। जल जीवन मिशन,
प्रधानमंत्री आवास योजना, भू-अधिकार, राशन आपके ग्राम, स्व-निधि, युवा उद्यमी, स्वच्छ भारत मिशन, अटल प्रगति पथ, आयुष्मान भारत, अमृत सरोवर, लाड़ली लक्ष्मी, संबल योजना, प्राकृतिक खेती आदि की मॉनिटरिंग ढंग से कर लाभ मिलना चाहिए।
छात्रावासों की व्यवस्था ठीक रहे। बच्चों को बेहतर सुविधाएँ मिलें। शासकीय योजनाओं और विकास कार्यों का मैदानी निरीक्षण करें।
श्री चौहान ने कहा कि पेसा अधिनियम को जमीन पर उतारने के लिए ठोस प्रयास हों। सहकारिता नीति जारी करें। जनता का फीडबेक लेने का सिस्टम तैयार करें।
मंत्री एवं विभाग के अधिकारी जनता का फीडबेक लें। अच्छे कार्यों का प्रचार-प्रसार हो। जनसम्पर्क विभाग से समन्वय कर बेहतर प्रचार-प्रसार कराएँ। गलत खबर का खंडन करें।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति हो। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन के बीच समन्वय हो। सरकारी योजनाओं और कार्यों का प्रभावी क्रियान्वय हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को कोई भी असुविधा न हो। बिना लिए –दिए निश्चित समय-सीमा में लोगों को सुविधाओं का लाभ मिले। प्रदेश में माफिया के खिलाफ बेहतर कार्यवाही हुई है
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