मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर लंबे समय तक रहने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार 12 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मैं संतोष के साथ विदा ले रहा हूं. उन्होंने दिल्ली जाने की अटकलों पर भी विराम लगा दिया.
शिवराज ने कहा मैं दिल्ली नहीं जा रहा. लेकिन साथ ही उन्होंने नये मुख्यमंत्री मोहन यादव से एक बात की इजाज़त मांग ली.
मुख्यमंत्री पद से विदा होने के बाद शिवराज सिंह चौहान भोपाल में मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों, पार्टी नेतृत्व, संगठन, प्रशासनिक सहयोगियों और जनता सबका जिक्र किया. भावुक हुए शिवराज सिंह ने एक बात दिलचस्प की. उन्होंने कहा मैं नये मुख्यमंत्री मोहन यादव से एक मांग करता हूं कि वो मुझे रोज एक पेड़ लगाने की इजाजत दें.
उसके लिए जमीन उपलब्ध कराते रहे और पेड़ों की सुरक्षा होती रहे.दरअसल शिवराज सिंह चौहान रोज एक पौधा रौंपते हैं. वो भोपाल में हों या किसी भी दूसरे शहर में वो रोज एक पौधा जरूर लगाते हैं. ये उनकी दिनचर्या में शामिल है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा अगर मेरे कार्यकाल के दौरान मुझसे कोई गलती हुई है तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूं. अपनी नयी भूमिका के बारे में कहा बीजेपी एक मिशन है. इस मिशन में जो जिम्मेदारी दी जाएगी उसका निर्वहन करूंगा.
छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने पर कहा अपने बारे में मैं कोई फैसला नहीं लेता पार्टी जो फैसला लेगी वह मंजूर होगा. दिल्ली न जाने के सवाल पर कहा कि उस समय से सब लोग दिल्ली में थे तब मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा. मेरा ऐसा मानना है अपने लिए कुछ मांगने से बेहतर मरना पसंद करूंगा.
शिवराज ने कहा-केंद्र का आभार जिसने मुझे जनता की सेवा का मौका दिया. प्रदेश संगठन का भी धन्यवाद जिसने कदम से कदम मिलाकर काम किया. जनता ने भी भरपूर साथ दिया.
पूर्व सीएम ने सरकारी मशीनरी और अफसरों के लिए कहा प्रशासनिक मित्रों को धन्यवाद जिन्होंने कई योजनाएं बनायीं और पारदर्शिता से वह योजनाएं चलायीं.
शिवराज सिंह ने अपने लंबे कार्यकाल और पार्टी नेताओं को याद किया. उन्होंने कहा मेरे मन में आज संतोष का भाव है. 2003 में उमा जी नेतृत्व में सरकार बनी थी उसी सरकार को मैंने आगे चलाया. 2008,2013 में जानता के आशीर्वाद से हमारी सरकार बनी.
2018 में भी हमारा वोट प्रतिशत ज्यादा था सीट जरूर कम थीं. 2023 में जनता के आशीर्वाद से फिर सरकार बनी इस बात का मेरे मन में संतोष है, आज मैं यहां से विदा ले रहा हूं.
शिवराज सिंह ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को भी याद किया. उन्होंने कहा हमने बेहतर सड़कें, बिजली व्यवस्था, कृषि के क्षेत्र में तेजी से विकास किया. मेट्रो ट्रेन तक सफर तय किया.
मेडिकल कॉलेज और सीएम राइज स्कूल बनाए. पर्यटन और धार्मिक स्थलों का विकास किया. इसलिए मुझे लगता है कि हम फिर से जनता के भरोसे पर खरा उतर पाए.
मीडिया से मुखातिब होने से पहले शिवराज सिंह चौहान लाडली बहनों से मिलकर भावुक हो गए. उन्होंने बहनों के सिर पर हाथ रखा. बहनें भी भावुक हो गयीं और उनकी आंखें छलछला उठीं. बहनों के भावुक होने पर कहा भाई बहन मिलते रहेंगे उनके प्यार के लिए धन्यवाद.
बाद में प्रेस कॉन्प्रेंस में शिवराज सिंह चौहान ने नारी शक्ति को भी नमन किया. उन्होंने कहा महिला सशक्तिकरण मेरे लिए वोट पाने का साधन नहीं रहा. मेरे मन में हमेशा महिला उत्थान रहा है. लाडली लक्ष्मी योजना से एमपी में लिंगानुपात सुधरा है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा एक अच्छी सरकार और अच्छे नेतृत्व को यह जिम्मेदारी सौप कर हमे आगे बढ़ेंगे. मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं और पार्टी के उत्थान के लिए काम करता रहूंगा. जनता और मेरे बीच कभी सीएम वाला रिश्ता नहीं रहा बल्कि मामा और भाई वाला रिश्ता रहा है.
पूर्व सीएम ने कहा प्यार और विश्वास के रिश्ते को जब तक मेरी सांस चलेगी मैं टूटने नही दूंगा. हमें बीमारू राज्य मिला था मुझ में जितना समर्थ था उससे इस प्रदेश का विकास करने का प्रयास किया.
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