मल्हार मीडिया भोपाल।
विधानसभा चुनावों की बढ़ती खुमारी के साथ ही मध्य प्रदेश में राजनीतिक जुबानी जंग तेज हो गई है। एक ओर जहां कांग्रेस नेता कमल नाथ ने गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को देने की बात कही है तो वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बयान पर कांग्रेस पर कटाक्ष किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि दिग्विजय सिंह के पास सिर्फ गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी नहीं है, कमल नाथ ने तो वर्ष 2018 में सरकार चलाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी दिग्विजय सिंह को ही दे रखी थी। शिवराज यहीं नहीं रुके।
उन्होंने कहा कि पहले भी बंटाधार हुआ और आज भी बंटाधार ही हो रहा है। जब दिग्विजय सिंह ने सरकार चलाई उस समय जो मध्य प्रदेश की दुर्गति हुई वह जनता को पता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि अद्भुत है, कांग्रेस और धन्य है इसके नेता, जो गालियां खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी देते हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमल नाथ ऐसा काम ही क्यों करते हो कि गाली खाना पड़े। अगर गाली खाना पड़े तो खुद न खाएं दूसरे को पॉवर अटॉर्नी दे दें।
बता दें कि सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ कांग्रेसी नेताओं से कह रहे हैं कि यहां गदर मत मचाईए, जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़िये।
इसके बाद मंगलवार को कांग्रेस कार्यालय में वचन पत्र के विमोचन के अवसर पर कमल नाथ ने सफाई देते हुए कहा था कि गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह जी को दे रखी है, जो अभी तक वैलिड है। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने भी कमल नाथ को खरी—खरी सुनाई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह कांग्रेस का वचनपत्र नहीं, झूठपत्र है। 5 साल पहले भी उन्होंने 900 से ज्यादा वचन दिए थे लेकिन 5 भी पूरे नहीं किए। फिर इन्होंने महाझूठपत्र प्रस्तुत कर दिया, लेकिन जनता इसपर भरोसा नहीं करेगी क्योंकि जनता जानती है कि भाजपा जो कहती है वह करती है।
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