मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की संस्कारधानी धानी जबलपुर गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि जबलपुर के नर्मदा घाटों का कॉरिडोर बनाया जायेगा।
नर्मदा के घाटों के उन्नयन कार्य के साथ ही उन्हें परस्पर जोड़ने का कार्य कर नर्मदा पथ विकसित किया जायेगा। तीन चरणों में अलग-अलग नर्मदा परिक्रमा पथ बनेंगे।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक प्रगति के लिये बहुआयामी प्रयास किये जा रहे हैं। हाल ही में इंदौर में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 15 लाख 40 हजार 550 करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
इससे करीब 29 लाख लोगों को जीविका मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर में भटौली क्षेत्र में औद्योगिक नगर विकसित होगा। इसके लिये भूमि चिन्हित कर ली गई है। गारमेन्ट और टेक्सटाइल की इकाइयाँ बनेंगी। ये इकाइयाँ बहन और बेटियों के आर्थिक उन्नयन का भी मजबूत माध्यम हैं। इस क्षेत्र में रहवासी इलाके विकसित होंगे।
भंडारण सुविधाएँ भी विकसित होंगी। हमारा प्रयास है कि ग्रीन फील्ड शहर की अवधारणा को लागू करें। जबलपुर के इस क्षेत्र में रिंग रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग की निकटता होने से औद्योगिक विकास की अच्छी संभावनाएँ हैं। इन संभावनाओं को साकार किया जायेगा।
महाकौशल के विकास पर फोकस
श्री चौहान ने कहा कि महाकौशल अंचल में अनेक विकास कार्य हो रहे हैं। करीब 66 हजार करोड़ की सिंचाई परियोजना के कार्य जारी हैं। केन-बेतवा परियोजना के लिये 44 हजार करोड़ की राशि प्राप्त हो रही है।
बरगी बांध की निर्माणाधीन टर्नल पर स्लीमनाबाद के पास कार्य चल रहा है। अब तो विंध्य अंचल में नागौद तक पानी पहुँचने वाला है। जबलपुर के शहरी क्षेत्र के साथ ही निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा।
जबलपुर में 3500 करोड़ रूपये लागत का रिंग रोड बन रहा है। प्रदेश का दूसरा ग्लोबल स्किल पार्क जबलपुर में बनाया जायेगा। इसमें युवाओं को प्रशिक्षित किये जाने की व्यवस्था होगी। प्रदेश के स्किल्ड युवा दुनिया के देशों में जाकर सेवाएँ देंगे। अधो-संरचना को मजबूत बनाने वाले सभी कार्य तेज गति से चल रहे हैं। पूरे प्रदेश में बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति का संकल्प है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर में वृद्धि हुई है, जो इस समय 19.76 प्रतिशत है और सबसे ज्यादा है। देश की अर्थ-व्यवस्था में योगदान 3.6 प्रतिशत से बढ़ कर 4.6 हो गया है। इसी तरह प्रति व्यक्ति वार्षिक आय जो वर्ष 2003 में सिर्फ 13 हजार थी, वह बढ़कर 1 लाख 37 हजार हो गई है। अधो-संरचना को मजबूत बनाते हुए सिंचाई, सड़क, बिजली, पेयजल आदि कार्यों को पूरा किया गया। मध्यप्रदेश अब टूटी-फूटी सड़कों के लिये नहीं बल्कि 4 लाख किलोमीटर लम्बाई की शानदार सड़कों के लिये जाना जाता है। श्री चौहान ने शिक्षा के क्षेत्र में सीएम राइज विद्यालयों, हिन्दी में मेडिकल और इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों के संचालन, तीन करोड़ से ज्यादा कार्ड बना कर आयुष्मान भारत योजना को गति देने, लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियों को महाविद्यालय में प्रवेश कर 25 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि और इसके बाद उच्च शिक्षा के लिये फीस की व्यवस्था के निर्णयों की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर बेटियों को गलत नजर से देखने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। प्रदेश में 42 दुष्कर्मियों को फाँसी की सजा सुनाई गई है।
जमीन का अधिकार हर नागरिक को मिलेगा
उन्होंने कहा कि प्रदेश में रहने वाले प्रत्येक भूमिहीन व्यक्ति को जमीन का अधिकार मिलेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना प्रारंभ की गई है। प्रत्येक परिवार को नि:शुल्क भूखंड प्राप्त होगा। कोई भी गरीब व्यक्ति बिना जमीन के नहीं रहेगा। हाल ही में टीकमगढ़ में 10 हजार से अधिक लोगों को भूखंड देकर इसकी शुरूआत की गई।
सिंगरौली में भी 25 हजार से अधिक लोगों को प्लाट दिये गये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेहनत की कमाई से अपना मकान बनाने वालों के मकान को अवैध नहीं रहने दिया जायेगा। इसके लिये आवश्यक वैधानिक प्रावधान किये जा रहे हैं।
- महाकौशल के विकास को गति देंगे।
- मध्य प्रदेश के ग्राम, विकास की धुरी बनेंगे।
- प्रदेश की एक-एक इंच भूमि में सिंचाई की व्यवस्था करना हमारा संकल्प है।
- सौर ऊर्जा को निरंतर बढ़ावा दिया जाएगा।
- भूमिहीन लोगों को आवासीय भूखंड देंगे। हर गरीब को जमीन का टुकड़ा मिलेगा।
- मेहनत की कमाई से बनाया गया किसी का मकान अवैध नहीं होगा।
- युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनाएंगे।
- मेधावी विद्यार्थियों के ऐसे परिवार जिनकी सालाना आय 8 लाख से कम है, उन्हें सरकार शिक्षण शुल्क देगी।
- अधो-संरचना को मजबूत बनाने का कार्य निरंतर चलेगा।
- प्रदेश में 1 वर्ष में 6 नक्सली मार गिराए गए हैं, जिन पर लगभग 1 करोड़ रूपये का इनाम था। पुलिस बल बधाई का पात्र है।
अशोक मनवानी/राहुल वासनिक
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