मल्हार मीडिया भोपाल।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजगढ़ जिले में किसान-कल्याण महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहा है कि किसान अन्नदाता ही नहीं, भारत का भाग्य विधाता भी है। किसान के बेटों ने सीमाओं की रक्षा की है। देश को ताकतवर बनाने के लिए किसानों को ताकतवर बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि चाहे स्वतंत्रता की लड़ाई हो, साल 1857 का संग्राम हो, चम्पारण का सत्याग्रह हो या गुजरात के बारडोली का आंदोलन, इन सभी जगहों पर किसानों ने अंग्रेजों की चूल्हें हिला दी थीं। आज मध्यप्रदेश में इस किसान-कल्याण महाकुंभ में किसानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति खुश कर देने वाली है।
एमपी के सीएम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में विकास के साथ ही किसान, गरीब, बेटियों आदि सभी के लिए चमत्कारिक काम कर रहे हैं। वे जनता के लिए तहे दिल से कार्य कर रहे हैं। यह आज दिख रहा है कि जनता उन्हें कितना ज्यादा प्यार करती है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में राज्य सरकार 4 हजार रुपये के स्थान पर अब 6 हजार रुपये की राशि हर साल किसानों को प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये प्राप्त होते हैं। इस प्रकार अब किसानों को मिलने वाली यह राशि 12 हजार रुपये वार्षिक हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में ऐसे परिवार भी लाभान्वित होंगे, जहां ट्रैक्टर हैं। ट्रैक्टर को चार पहिया वाहन की श्रेणी में नहीं माना जाएगा। इन परिवार की बहनों को भी एक हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। किसानों को मिल रही सुविधाओं के बारे में उन्होंने कहा कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। राज्य सरकार खाद-बीज के अग्रिम उठाव का 3 माह का ब्याज भी भरेगी। उन्होंने किसानों से कहा कि समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शीघ्र ही शुरू होगी।
रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री शिवराज ने सिंगल क्लिक से मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना-2023 में 11 लाख किसानों के खाते में 2 हजार 123 करोड़, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 44 लाख 49 हजार किसान के खाते में 2 हजार 900 करोड़, मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में 70 लाख 61 हजार किसान के खाते में एक हजार 400 करोड़, इस प्रकार 6 हजार 423 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की। कार्यक्रम में किसानों के साथ ही बड़ी संख्या में बहनें एवं बेटियां एकत्र हुईं।
देश की बढ़ती ताकत के बारे में बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत अब कमजोर देश नहीं है। किसी भी देश की हिम्मत नहीं कि आंख उठाकर हमारी ओर देखे। भारत के लोगों का विश्वास वसुधैव कुटुम्बकम में है। विश्व की धरा पर रहने वाले सभी लोगों को हम अपना मानते हैं। भारत किसी भी देश पर आक्रमण नहीं करता, यह हमारा चरित्र है। हम किसी को नहीं छेड़ेंगे, लेकिन कोई हमें छेड़ेगा, तो हम भी छोड़ेंगे नहीं। भारत इस पार नहीं, उस पार जाकर भी आतंकवादियों और हमलावरों को सबक सिखा सकता है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के फैसले से जग-जाहिर हो चुका है।
महिलाओं की सेना में बढ़ती भागीदारी पर उन्होंने कहा कि महिलाओं को सेना में महत्व दिया जा रहा है। अब वे बड़ी संख्या में न सिर्फ सेना में आ रही हैं, बल्कि नेतृत्व के लिए भी तैयार हुई हैं। प्रमुख नौसेना युद्धपोत की प्रमुख भी महिला है। नए भारत के निर्माण में बहनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री मोदी ने बहनों की भागीदारी बढ़ाने का कार्य किया है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि किसान-कल्याण सहित विभिन्न क्षेत्रों में मुख्यमंत्री चौहान ने करिश्माई काम किया है। मुझे याद है कि जब वे कई साल पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के निमंत्रण पर किसान सम्मेलन में मध्य प्रदेश आए थे, तब किसानों को 4 प्रतिशत की ब्याज दर कर्ज मिलता था, जिसे उन्होंने शून्य तक लाने का काम किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों के हित में एक नहीं अनेक कदम उठाए हैं। यह उनके संवेदनशील होने का प्रमाण है। पीएम मोदी की तरह मुख्यमंत्री चौहान भी जन-कल्याण के लिए करिश्माई नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं।
राजगढ़ की इस सभा में मौजूद विशाल जन-समुदाय भी इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री चौहान ने जनता की काफी सेवा की है। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह ने कहा कि किसान अन्नदाता, जीवनदाता और भाग्य-विधाता हैं। किसानों को मजबूत बनाए बिना हमारा देश विकास नहीं कर सकता। मध्य प्रदेश की सरकार ने किसान भाईयों और बहनों के लिए अतुलनीय कार्य किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में भी विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने "कैसी हो मेरी बहनों" के आत्मीय संबोधन से अपना भाषण शुरू किया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री का विशेष अंदाज में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत को रक्षा क्षेत्र में महाशक्ति बन कर उभारने में प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। एक समय था जब छोटे-छोटे राष्ट्र भारत को आंख दिखाते थे, अब प्रधानमंत्री और केंद्रीय रक्षा मंत्री के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली बना है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व के केंद्र सरकार के सफल नौ वर्ष पूरे हुए हैं। आमजन भी आज उनका अभिनंदन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसान-कल्याण महाकुंभ में बड़ी संख्या में किसान बंधु आए हैं। आज किसानों के सिर से ब्याज की राशि की गठरी उतारने का कार्य केन्द्रीय मंत्री के हाथों हुआ है। पूर्व सरकार ने यह गठरी किसानों के सिर पर लादी थी। प्रदेश में किसानों से मूंग की खरीदी की पहल भी की गई है। सिंचाई का रकबा बढ़ने से किसान की हालत बदली है। कभी साढ़े सात लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता वाला मध्य प्रदेश अब 45 लाख हेक्टेयर तक सिंचाई क्षमता बढ़ा चुका है। इसे आगे 65 लाख तक ले जाने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि राजगढ़ जिले में भी पूर्व सरकार ने सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं की थी। यहां तक कि 10 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहे जन-प्रतिनिधि भी यह व्यवस्था नहीं कर सके थे। विद्युत आपूर्ति नहीं होती थी। घंटों तक बिजली बंद रहती थी। अब मध्य प्रदेश बिजली के निर्माण में आत्म-निर्भर बना है। पूर्व सरकार ने सिंचाई और सड़क व्यवस्थाएं भी नहीं की थीं। किसानों के साथ धोखा किया गया। उन्हें राहत देने के लिए उनकी सूची तक तैयार नहीं की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखालिया परियोजना से प्रभावित किसानों का मुआवजा बढ़ाने का फैसला भी लिया जाएगा। राजगढ़ और प्रदेश के किसी भी जिले के किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार में बहनों को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के 1000 रुपए, वृद्धावस्था पेंशन के हितग्राहियों को भी प्रतिमाह बढ़ी हुई राशि के साथ किसान सम्मान निधि की बढ़ी हुई राशि मिलने से परिवार को मजबूत आर्थिक सहारा मिलेगा। मेरा बहनों को लखपति बनाने का संकल्प है। उन्हें गरीब नहीं रहने दिया जाएगा। स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं की आय में इतनी वृद्धि होगी कि वे प्रतिमाह 10 हजार या उससे अधिक आय अर्जित करने में सफल होंगी।
मुख्यमंत्री ने बहनों को आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना उनकी जिंदगी बदलने का कार्य करेगी। इस योजना की धनराशि सभी बहनों के खाते में जमा होने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है जो आज या कल में पूर्ण हो जाएगी।
कार्यक्रम में गोरखपुरा ग्रामीण नल-जल योजना और जल-जीवन मिशन के अंतर्गत संपन्न कार्यों का भी केंद्रीय रक्षा मंत्री ने लोकार्पण किया। इस दौरान 156 ग्रामों से महिलाएं कलश लेकर आई थीं। ग्रामीणों ने कालीपीठ और करनवास में उपस्थित होकर नई प्रारंभ परियोजनाओं के अवसर पर हर्ष भी व्यक्त किया। कार्यक्रम में आवासीय भू-अधिकार-पत्रों के विक्रय के साथ ही विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमि-पूजन भी हुआ। योजनाओं के हितग्राहियों को हित-लाभ वितरित किए गए।
मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री का परम्परागत पगड़ी पहना कर स्वागत किया। किसान-कल्याण महाकुंभ का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
मल्हार मीडिया ब्यूरो।
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