मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की दो दिवसीय सर्विस मीट का आज शुक्रवार 7 फरवरी को शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव कार्यक्रम का शुभारंभ कर अधिकारियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के रूप में हमें जो अधिकार प्राप्त हैं, वास्तव में वह सभी का अधिकार है।
इन अधिकारों का सदुपयोग हम कैसे कर पाएं, यही सच्ची पुलिसिंग है। उन्होंने कहा कि आईपीएस मीट 2025 अंतर्गत मध्य प्रदेश पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मॉडल वर्किंग पर आधारित इस कार्यशाला में क्राइम कंट्रोल की आधुनिक तकनीक पर जोर दिया जाएगा। मध्य प्रदेश पुलिस अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन कर रही है, भयमुक्त वातावरण बनाना ही हमारा मूलमंत्र है। निश्चित ही इस प्रयास से अपराधमुक्त प्रदेश के संकल्प को नई गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संगठन बनाना और उसे चलाना दोनों ही बहुत ही कठिन काम हैं। यह मीट कार्यशाला की तरह है। यहां हम अपने पुलिस परिवार के साथ मिलते हैं। प्रशिक्षण का काम भी चलता है। आपकी प्रशिक्षण की पद्धति भी बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि जब सभी सीमाएं बंद हो जाती हैं तो लोग पुलिस के पास भागते हैं। पुलिस को तुरंत एक्शन लेना होता है। तुलनात्मक रूप से पुलिस को ज्यादा काम करना पड़ता है। इसीलिए समाज में पुलिस पर अलग प्रकार का भरोसा है। कई बार लोग यह कहते हैं कि मेरा पुलिस वालों से ज्यादा प्रेम है और यह सही भी है। पुलिस के लोग बहुत काम करते हैं। इसलिए मैं पुलिस से प्रेम करता हूं। इस मौके पर डीजीपी कैलाश मकवाना समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और उनके परिजन मौजूद रहे।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने कहा कि जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस सदैव तत्पर है। हमने नये आपराधिक कानून का बेहतरीन क्रियान्वयन किया है। इस मामले में मध्यप्रदेश पुलिस को केंद्रीय गृहमंत्री और केंद्रीय गृह सचिव से भी सराहना मिली है।
हम पुलिस बल के आधुनिकीकरण और उनके प्रशिक्षण पर विशेष जोर दे रहे हैं। हमारी पुलिस ने अतीत में बेहतरीन काम किए हैं। पुलिस ने समाज के साथ साझा प्रयासों से प्रदेश से डकैत समस्या का उन्मूलन किया है। नक्सल समस्या के उन्मूलन के तरफ भी हम तेजी से बढ़ रहे हैं। हमारी चुनौतियां बढ़ रही हैं, साइबर क्राइम, साइबर फ्रॉड, नशा मुक्ति और यातायात सुरक्षा हमारे लिए बड़ी चुनौतियां हैं। इस दिशा में हम तेजी से कार्य कर रहे हैं।
बीते माहों में हमने पूरे प्रदेश में साइबर सुरक्षा और साइबर फ्रॉड से बचने के लिए अभियान चलाया। अब तक 10 लाख से अधिक स्टूडेंट और इतने ही नागरिकों को साइबर सुरक्षा के लिए जागरूक किया है। इस काम में हमें अभूतपूर्व सफलता मिली है।
आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुमार गुप्ता ने कहा कि हमारी पुलिस प्रदेश के हर व्यक्ति की सुरक्षा में तत्पर है। हम अपनी जिम्मेदारियां से कभी पीछे नहीं हटते।
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