श्रीकृष्ण के जीवन से जीने की राह सीखने चाहिए

मध्यप्रदेश            Mar 03, 2024


मल्हार मीडिया ब्यूरो।
भगवान कृष्ण के जीवन से हम सभी को जीवन जीने की राह सीखनी चाहिए। जन्म के पूर्व माता-पिता का जेल में होना, भाई-बहनों की हत्या होना, जन्म के बाद ही उफनती जमुना नदी पार करना, माँ के आंचल से दूर हो जाना जैसी विषम परिस्थितियों में भी भगवान श्री कृष्ण ने विश्व के सामने पूरे सम्मान और गरिमा के साथ जीवन जीने का उदाहरण रखा है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लखनऊ के गुदौरा मैदान में यादव महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सनातन संस्कृति में भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण ने मर्यादा के अंदर जीवन जीना सिखाया है। हम सभी को उनके द्वारा स्थापित उच्च आदर्शों का अपने जीवन में पालन करना चाहिए।

भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में आई हर मुसीबत और परीक्षा का निडर होकर सामना किया और सफल हुए। भगवान ने अपने जीवन काल में लगातार संघर्ष करते हुए समाज को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद् भागवत गीता के माध्यम से पूरे विश्व में धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है।

मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने यादव समाज के सभी बंधुओ और उत्तर प्रदेश के आमजनों को मध्यप्रदेश आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थित भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण से संबंधित सभी स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा।

भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन, रुक्मिणी हरण स्थल अमझेरा, भगवान श्रीकृष्ण की रजोभूमि बदनावर और भगवान श्रीकृष्ण एवं सुदामा का मैत्री स्थल स्वर्णगिरी पर्वत के साथ भगवान श्रीराम की पवित्र नगरी चित्रकूट को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने शाल और श्रीकृष्ण जी की प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया। यादव समाज की ओर से प्रतिनिधियों ने बड़ी पुष्प माला पहनाकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यादव महाकुंभ में देश और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए सामाजिक बंधुओं का हृदय से आभार व्यक्त किया।

 

 



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