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जी-20 थिंक-20 के विचार-मंथन से अमृत निकलेगा

राष्ट्रीय            Jan 16, 2023


मल्हार मीडिया भोपाल।

प्रकृति के साथ प्रगति हमारा मंत्र होना चाहिए। दरअसल ये दुनिया को बचाने का मंत्र है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में जी-20 के अंतर्गत थिक 20 बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए।  

उन्होंने कहा कि आज संघर्ष नहीं प्रेम की आवश्यकता है। जो हम से कमजोर है, उसे भी अपनाएँ। अंधी प्रतिस्पर्धा नहीं होनी चाहिए।

यह दुर्भाग्य की बात है कि विश्व के अधिकांश संसाधनों का उपयोग चंद लोग ही करते हैं जबकि यह पृथ्वी हम सभी के लिए है। पूरा विश्व एक परिवार है।

भोपाल में जी-20 के अंतर्गत थिक 20 बैठक के विचार सत्र महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे। निश्चित ही इस कार्यक्रम में शामिल बुद्धिजीवियों और चिंतकों के विचार- मंथन से अमृत निकलेगा।

दो दिवसीय बैठक "पर्यावरण सम्मत जीवन-शैली, नैतिक मूल्य और सुमंगलम वैश्विक सुशासन के लिए परस्पर सहयोग" पर केंद्रित है।

उन्होंने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता प्राप्त होना भारत की उपलब्धि है। हमारे देश में प्राचीन समय से यह विचार रहा है कि पूरा विश्व एक कुटुम्ब की तरह है।

ओंकारेश्वर में एकात्म धाम के अंतर्गत आदि शकराचार्य आचार्य शंकर की विशाल प्रतिमा और अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत संस्थान स्थापित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज सारी दुनिया को एक होने की जरूरत है।

अन्य अतिथियों के विचार

जी-20 की थिंक 20 बैठक के वैचारिक कार्यक्रम में नीति आयोग, भारत सरकार के उपाध्यक्ष श्री सुमन बेरी ने कहा कि विश्व भर से आए चिंतक पर्यावरण सम्मत जीवन-शैली और नैतिक मूल्यों के महत्व पर अपने विचार रखेंगे।

नीति आयोग ने एकात्मता का संदेश देने, जन-भागीदारी, संवेदना, सद्भाव, वसुधैव कुटुम्बकम् और पर्यावरण हितैषी जीवन-शैली के लिए मध्यप्रदेश में इस वैचारिक सत्र के आयोजन में सहयोग दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी वन अर्थ, वन फेमिली और वन फ्यूचर के विचार को लोकप्रिय बना रहे हैं।

टी-20 चेयर और मनोहर पर्रिकर-आईडीएसए, नई दिल्ली के महानिदेशक श्री सुजॉन चिनॉय ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वच्छता पर बल दिया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वच्छता को जन-अभियान बनाया। आज कम हो रहा ग्रीन कवर चिंतनीय है। पर्यावरण का संतुलन आवश्यक है। यह वैचारिक सत्र इस विषय के महत्वपूर्ण पहलुओं को सामने लायेगा।

एशियन डव्लपमेंट बैंक जापान के सीईओ श्री टेत्सुशी ने कहा कि भारत की पर्यावरण के प्रति चिंता और इस कार्यक्रम की रूपरेखा प्रशंसनीय है। अनेक राष्ट्रों के विचारक एक मंच पर आए हैं।

अंतर्राष्ट्रीय बाल कोष (यूनिसेफ) के दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय निदेशक जॉर्ज लारिया ने कहा कि तकनीक के सद्पयोग से पर्यावरण और कल्याण के कार्यों का संचालन करने की दिशा में नए विचार सामने आएंगे।

एक पृथ्वी और एक परिवार का सूत्र हमारे भविष्य को सुरक्षित रखने का माध्यम है।

भारत सरकार के जी-20 के मुख्य समन्वयक श्री हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि स्मार्ट और क्लीन सिटी भोपाल देखकर प्रसन्नता हुई। जी-20 में भारत की अध्यक्षता महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।

इण्डोनेशिया के उप मंत्री डॉ. स्लेमेट सोएडरसोनो ने कहा कि मूलभूत चुनौतियों से निपटते हुए विकास की प्राप्ति के लिए मिल कर कदम बढ़ाने होंगे।

प्रारंभ में मध्यप्रदेश नीति आयोग के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को बीमारु राज्य की श्रेणी से बाहर निकाल कर विकास के लिए अग्रसर बनाया है।

आज सर्व समावेशी विकास के लिए जिस मॉडल की आवश्यकता है, वो पर्यावरण सम्मत जीवन-शैली से संभव है।

मध्यप्रदेश में शहरीकरण को समाज से जोड़ने, समुदाय की भागीदारी के साथ ग्रामों और नगरों के गौरव दिवस मनाने के कार्य हो रहे हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान की डॉ. इंद्राणी बड़पुजारी ने आभार व्यक्त किया।

 



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