मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के सागर के विधायक शैलेंद्र जैन ने आज गुरूवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर उन्हें सागर की राज्य न्यायालय विज्ञान प्रयोगशाला एवं रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी में लंबे समय से लंबित प्रकरणों के संबंध में अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि सागर की राज्य न्यायालय विज्ञान प्रयोगशाला प्रदेश की प्रथम प्रयोगशाला है। यहां पर सभी तरह के टेस्ट होते हैं जो प्रदेश की अन्य प्रयोगशालाओं में नहीं किए जाते हैं।
अभी कुछ समय पूर्व से सागर एफएसएल के कुछ अधिकारियों को अन्यत्र स्थानांतरित करने की कवायद चल रही है इस संबंध में एक पत्र भी जानकारी में आया है, उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सागर एफएसएल को सागर से अन्यत्र कहीं शिफ्ट करने की कवायद प्रशासन द्वारा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह सागर की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ विषय है और जनभावनाओं से जुड़ा हुआ है इसे हम किसी भी कीमत पर यहां से स्थानांतरित नही होने देंगे।
इसके अलावा उन्होंने रेरा के बारे में कहा कि पूरे प्रदेश में अनेकों प्रकरण लंबित हैं जिससे अनेकों प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हैं जिससे ना केवल लोगों को एवं शासन को भी राजस्व की हानि हो रही है, इन्हें अविलंब स्वीकृत कराया जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विषय को संज्ञान में लेते हुए बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश को ध्यान में रखते हुए अभी अस्थाई रूप से एफएसएल की व्यवस्था की है और एफएसएल को कहीं भी शिफ्ट करने की कोई योजना या प्रस्ताव नहीं है।
ना ही ऐसा होने दिया जाएगा तकनीकी रूप से संचालक को सागर में बैठाने की मांग पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर अविलंब निर्णय करने का आश्वासन दिया है। रेरा के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने उन्होंने बैठक बुलाने के निर्देश दिए।
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