मल्हार मीडिया ब्यूरो।
बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार 19 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी छोड़कर आये इमरान मसूद के सिर पर हाथ रखा और उन्हें बसपा की सदस्यता ग्रहण करा दी।
मायावती ने इमरान को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पश्चिमी यूपी में बसपा का संयोजक भी बना दिया गया है।
कभी पीएम मोदी को बोटी-बोटी काटने की धमकी देने वाले इमरान मसूद इसी साल कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए थे। उन्हें टिकट नहीं मिला तो सपा से नाराज चल रहे थे।
बसपा ज्वाइन करने के बाद इमरान ने कहा कि वह बहन जी के मूवमेंट को मजबूती देने आए हैं, कहा कि जब जब बसपा का मूवमेंट कमजोर हुआ है भाजपा मजबूत हुई है।
इसके उलट जब जब सपा मजबूत हुई है भाजपा और मजबूत हो गई है।
मसूद के बसपा में शामिल होने की जानकारी मायावती ने ट्वीट करके भी दिया। मायावती ने लिखा कि उत्तर प्रदेश व खासकर पश्चिमी यूपी की राजनीति में इमरान मसूद एक जाना-पहचाना नाम हैं।
जिन्होंने आज अपने करीबी सहयोगियों के साथ मुझसे मुलाकात की और वे समाजवादी पार्टी छोड़कर, अच्छी नीयत व पूरी दमदारी से काम करने के वादे के साथ, बीएसपी में शामिल हो गए। तहेदिल से स्वागत।
मायावती ने मसूद को पश्चिमी उप्र का बसपा का संयोजक भी नियुक्त किया है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि साथ ही पार्टी में काम करने के इनके जबर्दस्त जोश व उत्साह को देखकर आज ही उन्हें पश्चिमी यूपी बीएसपी का संयोजक बनाकर वहां पार्टी को हर स्तर पर मज़बूत बनाने व ख़ासकर अक़लीयत समाज को पार्टी से जोड़ने की भी विशेष ज़ि़म्मेदारी सौंपी गई।
मायावती ने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के बाद व अब स्थानीय निकाय चुनाव से पहले मसूद व अन्य लोगों का बीएसपी में शामिल होना यूपी की राजनीति के लिए इस मायने में शुभ संकेत है कि मुस्लिम समाज को भी यकीन है कि भाजपा की द्वेषपूर्ण व क्रूर राजनीति से मुक्ति के लिए सपा नहीं बल्कि बीएसपी ही जरूरी है।
बसपा अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि बीएसपी ने पार्टी संगठन और अपनी सभी सरकारों में भी गरीबों, महिलाओं व अन्य उपेक्षितों आदि के हित एवं कल्याण को सर्वोपरि रखते हुए अपने कार्यों से यह साबित किया है कि सर्वसमाज का हित, रोजी-रोजगार, सुरक्षा व धार्मिक स्वतंत्रता आदि बीएसपी में ही संभव, जिसपर विश्वास समय की मांग है।
बसपा की सदस्यता ग्रहण कराने पर मसूद ने मायावती का आभार प्रकट करते हुए कहा कि बसपा ही एकमात्र पार्टी है जो सर्वसमाज की उम्मीदों पर खरी उतर सकती है। इस तथ्य को ध्यान में रखकर ही उन्होंने बसपा की सदस्यता ग्रहण की है। मसूद ने कहा कि बहन जी के मूवमेंट को ताकत देने आया हूं। जब जब मूवमेंट कमजोर हुआ है भाजपा मजबूत हुई है। जबकि जब जब सपा मजबूत हुई भाजपा और मजबूत हुई है। यह भी कहा कि पिछले विधानसभी चुनाव में सपा को बड़ी संख्या में वोट दिलवाए थे।
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