मल्हार मीडिया ब्यूरो।
झांसी मेडिकल कॉलेज में नवजात शिशुओं के वार्ड में आग लगने से 10 बच्चों की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उस मीडिया रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लिया है।
जिसमें 15 नवंबर की रात को उत्त प्रदेश के झांसी जिले में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में आग लगने से कम से कम 10 नवजात शिशुओं की मौत हो जाने की खबर है।
इस घटना में, 10 शिशुओं की मौत के अलावा, कुल 16 बच्चे घायल हो गए जबकि 37 बच्चों को बचा लिया गया। कथित तौर पर, पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अस्पताल में आग बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी और मरने वाले बच्चे घटना के समय इनक्यूबेटर में थे।
आयोग ने पाया है कि इस बारे में मीडिया रिपोर्ट वास्तव में परेशान करने वाली है और लापरवाही का संकेत देती है जिससे पीड़ित शिशुओं के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ है क्योंकि वे एक सरकारी संस्थान की देखभाल में थे।
तदनुसार, आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मांगी गई विस्तृत रिपोर्ट में मामले में दर्ज एफआईआर की स्थिति, जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई, घायलों को दिए जा रहे चिकित्सा उपचार और पीड़ित परिवारों को दिए गए मुआवजे के बारे में जानकारी शामिल होनी चाहिए।
आयोग यह भी जानना चाहेगा कि अधिकारियों ने क्या कदम उठाए हैं/प्रस्तावित किए हैं ताकि दुबारा ऐसी घटनाएं न हो।
Comments