2024 के लिए विपक्ष हुआ एकजुट रोडमैप पर बनी सहमति

राष्ट्रीय            Jun 23, 2023


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

विपक्षी एकजुटता को लेकर पटना में शुक्रवार को संपन्न बहुप्रतीक्षित बैठक में शामिल विपक्षी दलों ने एक स्वर से 2024 के रोडमैप पर अपनी सहमति दी।

यह तय हुआ कि सब मिलकर एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर करेंगे। मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कांग्रेस की मौजूदगी महत्वपूर्ण थी।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह स्पष्ट किया कि सभी राज्यों के लिए अलग-अलग ढंग से काम करना होगा। वहीं, राहुल गांधी ने भी साफ किया कि हमें फ्लेक्सिबल होकर काम करना होगा।

तीन घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में यह तय हुआ कि विपक्षी एकजुटता की इस पहल को और विस्तार देने के लिए अगले माह 10 से 12 जुलाई को विपक्ष की एक बैठक शिमला में होगी।

वहीं, यह तय होगा कि कहां किस दल को आगे करना है। इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की यह मांग पूरी नहीं हो सकी कि महाबैठक में सबसे पहले दिल्ली के मसले पर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश पर चर्चा हो।

राहुल गांधी ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। इसका असर यह भी दिखा कि अरविंद केजरीवाल विपक्ष के नेताओं की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के पहले ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

तृणमूल कांग्रेस की नेता और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाराज होने और गुस्सा करने की बात भी थी पर उन्होंने पूरे संयत भाव से कहा कि हम लोग एकजुट होकर लड़ेंगे।

यह भी जोड़ा कि इतिहास बदलने वाले लोगों के लिए पटना से नया इतिहास आज आरंभ हो गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सकारात्मक होते हुए कहा कि सभी राज्यों में अलग-अलग ढंग से काम करना होगा।

इस क्रम में उन्होंने यूपी, तमिलनाडु, बिहार व महाराष्ट्र आदि का नाम भी लिया। उन्होंने कहा कि एकजुट हाेकर लड़े तो 2024 में भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर कर देंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महाबैठक में हुई चर्चा के संबंध में बताया कि एकसाथ चलने पर सहमति हुई है। एकसाथ मिलकर सभी लोग चुनाव लड़ेंगे।

अगले महीने शिमला में होने वाली बैठक में यह अंतिम रूप ले लेगा। कौन कहां से लड़ेगा यह तय हाे जाएगा। यह देश के हित में है।

जो लोग केंद्र की सत्ता में हैं, वह देश के हित में काम नहीं कर रहे। तय हुआ कि किसी भी राज्य में अगर चुनौती आएगी तो सब साथ मिलकर काम करेंगे।

  1. राहुल गांधी 2. मल्लिकार्जुन खरगे 3. शरद पवार 4. नीतीश कुमार 5. लालू प्रसाद 6. डी राजा 7. सीताराम येचुरी 8. अखिलेश यादव 5. उमर अब्दुल्ला 5. महबूबा मुफ्ती 6. ममता बनर्जी 7. एमके स्टालिन 8. अरविंद केजरीवाल 9. भगवंत मान 10. संजय सिंह 11. राघव चढ्ढा 12. हेमंत सोरेन 13. राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह 14. दीपांकर भट्टाचार्या 15. तेजस्वी यादव 16. संजय झा 17. उद्धव ठाकरे 18. आदित्य ठाकरे 19. संजय राउत।
  2. कांग्रेस 2 राजद 3. जदयू 4. एनसीपी 5 आप 6. डीएमके 7. एनसीपी 8 शिवसेना (उद्धव-बाला साहब ठाकरे) 9. तृणमूल कांग्रेस 10. माकपा 11. भाकपा 12. भाकपा (माले) 13. नेशनल कांफ्रेंस 14. पीडीपी 15. सपा।

 



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