मल्हार मीडिया डेस्क।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 180 देशों ने 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया। एक साथ 180 देशों के योग करने के संग ही यह रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज हो गया।
पीएम मोदी ने पहले यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के लॉन में ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूरी तैयारी की गई। यहां दुनिया के 180 देशों के प्रतिनिधियों का जमावड़ा था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सभी ने योग किया।
इस दौरान न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में पीएम मोदी ने कहा, हम यहां संयुक्त राष्ट्र में पूरी मानवता के मिलन बिंदु पर एकत्रित हुए हैं। मुझे बताया गया है कि आज यहां लगभग हर राष्ट्रीयता का प्रतिनिधित्व है।
मैं इसके लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूं। योग का अर्थ ही है जोड़ना, आप सब एक साथ आ रहे हैं। यह योग के दूसरे रूप की अभिव्यक्ति है।
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस कार्यक्रम में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग के लिए पूरी दुनिया आज इकट्ठा हुई है, योग का मतलब ही जोड़ना है।
"पिछले साल पूरी दुनिया 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए एक साथ आई थी। बाजरा एक सुपरफूड है। वह समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को एक साथ देखना अद्भुत है योग के लिए फिर से साथ आएं।" लगभग नौ साल पहले यहीं पर संयुक्त राष्ट्र में मुझे 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव करने का सम्मान मिला था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग भारत से आया है, लेकिन यह कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी भुगतान से मुक्त है। यह मरीजों के लिए औषधि है। उन्होंने कहा कि योग भारत की पुरानी परंपरा है।
इसके बावजूद इस पर कोई कॉपीराइट नहीं है। यह सभी के लिए है। सभी प्राचीन भारतीय परंपराओं की तरह यह योग भी जीवंत और गतिशील है।
योग जीवन का एक तरीका है। ये विचारों और कार्यों में सावधानी बरतने का एक तरीका है। ये स्वयं के साथ, दूसरों के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव से जीने का तरीका है। संयुक्त राष्ट्र मुख्याल में योग के करने के बाद पीएम मोदी ने बच्चों से भी मुलाकात की।
वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सबा कोरोसी ने कहा कि मैंने सीखा है कि जो शक्तियां ब्रह्मांड में और हमारे अंदर हैं वे एक ही नियम का पालन करती हैं और वह है संतुलन हासिल करना।
योग हमें भौतिक रूप से बदलता है। मुझे अपनी बेटी पर भी गर्व है जो योग का काफी समय से अभ्यास कर रही है।
मैं उसकी वजह से योग को और अच्छे से समझ पाया हूं। सबा कोरोसी ने कहा कि योग हमारे शारीरिक प्रदर्शन को बदल देता है, लेकिन यह हमारे अंदर अलग मानसिक और बौद्धिक प्रदर्शन को जगा सकता है।
मैं योग का प्रशंसक रहा हूं। हमारी दुनिया को संतुलन और आत्म-नियंत्रण की जरूरत है। योग इसे हासिल करने के तरीकों में से एक है।
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