इंटर स्‍टेट कांउंसिल की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री की अध्‍यक्षता में हुई संपन्‍न

राष्ट्रीय            Aug 22, 2022


मल्‍हार मीडिया भोपाल।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज मध्‍यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मध्‍य क्षेत्रीय परिषद की 23वीं बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए जबकि उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वर्चुअल माध्‍यम से बैठक में शामिल हुए।

बैठक में सदस्य राज्यों के वरिष्ठ मं‍त्री, केंद्रीय गृह सचिव, अंतर्राज्य परिषद सचिवालय की सचिव, सदस्य राज्यों के मुख्य सचिव और राज्य सरकारों तथा केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

अपने सम्बोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मध्‍य परिषद में शा‍मिल मध्‍य प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखण्‍ड़ और छत्‍तीसगढ़ राज्‍य अपनी भौगोलिक स्थिति, जीडीपी में योगदान और देश के विकास के लिए महत्‍वपूर्ण है।

पहले इन चारों राज्‍यों को बीमारू राज्‍य माना जाता था, लेकिन अब ये सभी राज्‍य इससे बाहर निकलकर विकास के मार्ग पर अग्रसर हैं। उन्‍होंने कहा कि मध्‍य क्षेत्रीय परिषद राज्‍य देश में अनाज उत्‍पादन का प्रमुख केन्‍द्र हैं और परिषद में शामिल चारों राज्‍यों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी जी के टीम इंडिया के कॉंसेप्‍ट को जमीन पर उतारा हैं।

 उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा सहकारी संघवाद की भावना को मजबूत करने का काम किया है उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद क्षेत्रीय परिषद की बैठकों की संख्‍या में हुई बढोत्‍तरी के आंकडे देते हुए श्री शाह ने बताया कि 1957 से 2013 की तुलना में 2014 से अब तक क्षेत्रीय परिषद की बैठकों की फ़्रीक्वेंसी में तीन गुना वृद्धि हुई है।

केन्‍द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हालांकि क्षेत्रीय परिषद की बैठकों की भूमिका सलाहकारी होती है, लेकिन गृह मंत्री के तौर पर तीन साल के अनुभव के आधार पर मैं कह सकता हूं कि परिषद और इसकी स्‍थायी समि‍ति की बैठकों को महत्‍व देकर हमने अनेक मुद्दों को हल करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभायी है।

मध्‍य क्षेत्रीय परिषद की पिछली बैठक में 30 मुद्दो पर चर्चा हुई थी, जिसमें से 26 मुद्दों को हल कर लिया गया है, जबकि 17 जनवरी, 2022 को हुई स्‍थायी समिति की 14वीं बैठक में 54 में से 36 मुद्दो को पहले ही हल कर लिया गया। आज की बैठक में कुल 18 मुद्दों पर चर्चा हुई जिनमें से 15 का समाधान निकाल लिया गया, उन्‍होने कहा कियह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

उन्‍होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में सरकार बनने के बाद मध्‍य क्षेत्रीय परिषद में शामिल नक्‍सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्‍सलवाद की समस्‍या से सख्‍ती से निपटने के साथ-साथ इन क्षेत्रों मे विकास के लिए अनेक महत्‍वपूर्ण कदम उठाये गए है।

उन्‍होंने कहा कि इसके अच्‍छे परिणाम निकले है जब 2009 में वामपंथी उग्रवादी हिंसा (Left Wing Extremism) चरम पर था तब वामपंथी उग्रवादी हिंसक घटनाओं की संख्‍या 2258 थी जो 2021 में घटकर 509 हो गई।

उन्‍होने कहा कि 2019 से वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं में बहुत तेजी से कमी आई है। 2009 में वामपंथी उग्रवादी हिंसा में 1005 लोगों की मृत्‍यु हुई थी जबकि 2021 में 147 लोगों की जान गई। श्री शाह ने कहा कि इस दौरान पुलिस थानों पर वामपंथी उग्रवादी हिंसा में भी कमी आई है, 2009 में ऐसी 96 घटनाएं हुई थी जोकि 2021 में कम होकर 46 हो गई। उन्‍होने कहा कि केन्‍द्र सरकार वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलो को और मजबूत करने और गैप्‍स कम कर रही है इसी के अंतर्गत पिछले तीन साल में 40 नए सुरक्षा कैम्‍प खोले गए हैं तथा 15 और खोले जाने है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है किसौभाग्य है कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 23वीं बैठक की मेजबानी का अवसर मध्यप्रदेश को मिला। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परिषद की बैठक में झीलों की नगरी भोपाल पधारे अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ सालों में भारत का फेडरल स्ट्रेक्चर मजबूत होकर उभरा है। हमें विचारधारा के मतभेद भूलकर भारत के विकास का रास्ता निकालना है। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में मध्य क्षेत्रीय परिषद, प्रधानमंत्री श्री मोदी के संकल्पों की सिद्धि के लिए काम कर रही है और सहकारी संघवाद को बल मिल रहा है। नीति आयोग, मुख्यमंत्री परिषद और मध्य क्षेत्रीय परिषद जैसे संस्थागत उपायों से राज्य और केन्द्र मिलकर टीम इंडिया की तरह काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान कुभाभाऊ ठाकरे सभागृह में मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान परिषद के उपाध्यक्ष भी हैं।

बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्पकरसिंह धामी उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल तथा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी बैठक में वर्चुअली सम्मिलित हुए। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित केन्द्र, मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों के अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने “एक जिला-एक उत्पाद” योजना में प्रदेश के विभिन्न जिलों में निर्मित उत्पाद जैसे चंदेरी का स्टॉल, बाघ प्रिंट, सेंड स्टोन से निर्मित कला कृति तथा हर्बल चाय भी अतिथियों को भेंट की।

 



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