मल्हार मीडिया ब्यूरो।
पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद लगातार पार्टी को झटके दे रहे हैं। उनके समर्थन में कई नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के बाद मंगलवार को एक बार फिर से 65 नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी।
इन नेताओं में पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद भी शामिल हैं। इन सभी नेताओं ने सोनिया गांधी को साझा इस्तीफा लिखा है। ताराचंज के अलावा इस्तीफा देने वाले नेताओं में पूर्व मंत्री अब्दुल माजिद वानी, मनोहर लाल शर्मा, गारू राम और बलवान सिंह शामिल हैं।
इन सभी नेताओं ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता तक से इस्तीफा देते हुए कहा कि हम गुलाम नबी आजाद साहब के साथ हैं।
मीडिया से बात करते हुए बलवान सिंह ने कहा, 'हमने इस्तीफे का संयुक्त लेटर सोनिया गांधी जी को भेज दिया है। आजाद साहब के समर्थन में यह फैसला लिया है।'
उन्होंने कहा कि हमने सोनिया गांधी को लिखे इस्तीफे में बताया है कि कैसे पार्टी को लीडरशिप का संकट झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हाईकमान जिस तरह से काम कर रहा है, उससे पार्टी तबाह हो गई है। बलवान सिंह ने कहा कि हम दशकों तक कांग्रेस से जुडे़ रहे हैं, लेकिन हमारे साथ जैसा सलूक किया गया, वह अपमानजनक था।
हमने अपने मेंटर गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद यह फैसला लिया है। जम्मू-कश्मीर के बेहतर भविष्य के लिए हम उनके साथ जाएंगे।
वहीं ताराचंद ने कहा कि कभी कांग्रेस जम्मू-कश्मीर और देश में मजबूत विपक्ष थी, लेकिन अब वह हर गुजरते दिन के साथ गिरती जा रही है। हमारी लीडरशिप ढंग से काम नहीं कर रही है और काडर का नेतृत्व करने में फेल है।
इस बीच गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को फेसबुक पेज पर लिखा, 'मुझे खुशी है कि लोग जम्मू-कश्मीर के हित में हमारे साथ आ रहे हैं। मैं उन लोगों को निराश नहीं करूंगा।
हिंदू,. मुस्लिम, सिख, ईसाई और बौद्ध सभी मिलकर जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए काम करेंगे। हमने बहुत कुछ झेल लिया है।
अब समय है कि हम लोग मिलकर आगे चलें और नया जम्मू-कश्मीर बनाएं।' 74 साल के गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी बनाने का ऐलान किया है और वह 4 सितंबर से अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करने वाले हैं। वह जम्मू में 4 सितंबर को रैली करने वाले हैं।
इसके बाद 12 सितंबर को वह श्रीनगर में रैली करेंगे। यही नहीं वह 7 से 10 सितंबर के दौरान डोडा, किश्तवाड़ और भद्रवाह जिलों का दौरा करेंगे।
यही नहीं आजाद के भरोसेमंद लोगों का कहना है कि हमारी पार्टी जम्मू-कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
इससे साफ है कि जम्मू-कश्मीर के चुनाव में भी कांग्रेस को आजाद के एग्जिट का खामियाजा उठाना पड़ेगा।
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