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आप ने आयकर विभाग के नोटिस को बोगस करार दिया

राजनीति            Nov 28, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

आम आदमी पार्टी (आप) को आयकर विभाग (आईटी) द्वारा भेजे गए 30.67 करोड़ रुपये के नोटिस को दिल्ली की सत्तारुढ़ दल ने फर्जी करार दिया और कहा की मोदी सरकार एजेंसियों द्वारा 'राजनीतिक प्रतिशोध' ले रही है। हालांकि, कांग्रेस और भाजपा ने आप से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा है और आरोप लगाया कि पार्टी पारदर्शिता और विश्वसनीयता के अपने मानकों के मुताबिक काम करने में नाकाम रही है।

नोटिस का खंडन करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आईटी विभाग की कार्रवाई 'राजनीतिक प्रतिशोध की चरम' अवस्था है।

केजरीवाल ने ट्वीट किया, "आईटी विभाग ने हमें दान के रूप में मिले रुपये को गैरकानूनी घोषित किया और इसे कर योग्य आय की श्रेणी में रखा। हालांकि, हमने दानदाताओं से प्राप्त प्रत्येक पैसे का हिसाब रखा है।"

नोटिस में कहा गया है कि आप ने 13.16 करोड़ रुपये के मूल्य की आय की खुलासा नहीं किया और पार्टी की कुल कर योग्य आय 68.44 करोड़ रुपये आंकी गई है, जो वित्त वर्ष 2014-15 और 2015-16 के दौरान की है।

नोटिस में कहा गया है कि आप ने कम से कम 461 दान देने वाले लोगों का पूरा विवरण दर्ज नहीं किया था। इन्हीं लोगों ने 6.26 करोड़ रुपये पार्टी को दान दिए थे। दान की गई हर राशि 20,000 रुपये से अधिक थी।

आयकर विभाग ने कहा कि पार्टी ने अपनी वेबसाइट पर भी दान का खुलासा नहीं किया है।

विभाग ने यह भी कहा कि नोटिस पार्टी के सभी कर रिकॉडरें का आकलन करने के बाद भेजा गया था और यह नियमित कर मूल्यांकन का हिस्सा था, न कि प्रतिशोधी कार्रवाई।

विभाग के अनुसार आप को 7 दिसंबर तक नवीनतम नोटिस के जवाब देने के लिए कहा गया है और इससे पहले पार्टी को आरोपों की व्याख्या करने के लिए 34 मौके दिए गए थे। पार्टी पर विदेश से मिले दान का विवरण छिपाने का आरोप था।

आप के अनुसार उसने आयकर अधिनियम की धारा 13 ए के तहत खातों और अन्य दस्तावेजों (20,000 रुपये से अधिक का योगदान) का रखरखाव किया है।

पार्टी ने कहा है कि "हम कानून के अनुसार प्राप्त होने वाले दान के बारे में चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेज रहे हैं।"

आम आदमी पार्टी के निलंबित नेता कपिल मिश्रा ने आप पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, "आपने चुनाव आयोग और आईटी को अलग-अलग ब्योरा दिया और हवाला का पैसे लेने के लिए पकड़े गए।"

दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अजय माकन ने कहा कि यह अजीब है कि पांच साल पहले बनी अलग राजनीति करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी का आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट किया, "दोष के खेल में लिप्त होने के बजाय, आप को कानून के अधिकारियों द्वारा भेजे गए नोटिस पर अधिकारियों का संतुष्ट करना चाहिए। यह समय है कि अरविंद केजरीवाल वित्तीय मुद्दों पर स्पष्ट हो या जनता उनकी पार्टी को दरकिनार कर दे।"



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