मल्हार मीडिया ब्यूरो।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अधयक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के बाद यह उनकी पार्टी की जिम्मेदारी थी कि वह सरकार बनाने का दावा करे और इसमें कुछ भी अलोकतांत्रिक और अनैतिक नहीं था। शाह ने कहा की अगर कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) ने पांच सितारा होटलों में अपने विधायकों को बंद नहीं किया हुआ होता और उन्हें लोगों से बात करने की इजाजत दी होती तो जेडीएस का समर्थन भाजपा को मिलता।
शाह ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, "कर्नाटक में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। जनादेश भाजपा के पक्ष में था। कांग्रेस और जेडीएस ने जनता के जनादेश के खिलाफ गठबंधन बनाया है। इसे ही मैं एक अपवित्र गठबंधन कहता हूं।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा राष्ट्र विरोधी संगठनों के साथ मिलकर राजनीतिक सभ्यता की सभी सीमाओं को पार करने के बावजूद भाजपा के वोट शेयर में भारी वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, "जनादेश स्पष्ट रूप से कांग्रेस विरोधी था। जहां भी जेडीएस जीती, वहां हमारा संगठन कमजोर था। मुख्यमंत्री ने अपनी सीट गंवा दी और उनके कई मंत्रियों को शिकस्त का सामना करना पड़ा। यह साबित करता है कि जनादेश कांग्रेस के खिलाफ था।"
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा का सरकार बनाने का दावा करना सही था। क्या हमें दोबारा चुनाव कराने चाहिए थे? क्या हमें सरकार बनाने का दावा नहीं करना चाहिए था? यह जनादेश के खिलाफ होता। यहां कुछ भी अलोकतांत्रिक और अनैतिक नहीं हुआ।
भाजपा द्वारा खरीद फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) के प्रयास करने के आरोपों का जवाब देते हुए शाह ने पलटवार किया और कहा कि राज्य में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस ने अपना अस्तबल (स्टेबल) बेचा है।
उन्होंने कहा, "हम पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया गया है लेकिन कांग्रेस ने पूरा का पूरा अस्तबल ही बेच खाया है।"
उन्होंने दावा किया, "कांग्रेस ने अलोकतांत्रिक रूप से अपने विधायकों को पांच सितारा होटलों में बंद कर दिया। अगर उन्होंने अपने विधायकों को पांच सितारा होटलों में स्वीमिंग पूल के मजे लेने के लिए बंद नहीं किया होता तो लोग इन्हें बताते कि किसे वोट करना है। अगर वे लोगों की इच्छाएं जान जाते तो भाजपा विश्वास मत में जरूर जीत हासिल करती।"
शाह ने कर्नाटक में सरकार बनाने का जश्न मनाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस क्यों जश्न मना रही है? उसके आधे से ज्यादा मंत्री हार गए। मुख्यमंत्री भी एक सीट पर हार गए। और, जेडीएस क्यों 37 सीटें जीतने पर जश्न मना रही है?
मणिपुर और गोवा में एकमात्र सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद कांग्रेस को सरकार बनाने की इजाजत नहीं देने का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "गोवा और मणिपुर में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद भी कांग्रेस ने दावा नहीं किया। वे आराम कर रहे थे और सो रहे थे। इसके बाद राज्यपाल ने हमें आमंत्रित किया। हमने सरकार बनाई और बहुमत साबित किया।"
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