मल्हार मीडिया भोपाल।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की पार्थिव देह आज शनिवार 14 जनवरी को भोपाल पहुंची। स्टेट हैंगर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, एवं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पुष्पांजली अर्पित की।
मौके पर मौजूद शरद यादव के परिजनों को सभी नेताओं ने सांत्वना दी।
इस मौके पर मंडल मसीहा अमर रहे के नारे गूंज उठे।
स्टेट हैंगर पर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह एवं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा भी थे।
11 बजे विशेष विमान से शरद यादव की पार्थिव देह लाई गई। सभी ने पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुराने विमानतल पर मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में कहा कि स्व. श्री यादव मध्यप्रदेश के सपूत थे, वे अचानक चले गए, मेरे तो वे पड़ोसी थे।
बचपन से ही प्रखर, जुझारू और अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले शरद जी ने समाज के कमजोर वर्ग, विशेषकर पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय राजनीति में छाने वाले स्व. यादव, जे.पी. आंदोलन के प्रमुख स्तंभ रहे।
अस्सी-नब्बे के दशक में उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति की दिशा बदली, मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करवाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही।
वे ऐसे नेता थे जो गलत का विरोध करते थे, उन्होंने नैतिकता की राजनीति की। जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया और संसद का कार्यकाल पाँच से बढ़ा कर छह वर्ष किया,
तब उन्होंने संसद की सदस्यता से यह कह कर इस्तीफा दिया था कि जनता ने उन्हें पाँच साल के लिए चुना था, छह साल के लिए नहीं।
दिग्विजय सिंह ने अपने संदेश में कहा कि शरद यादव जी मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के प्रखर समाजवादी नेता रहे हैं और बिना पद की लालसा के उन्होंने किसानों और मजदूरों की लड़ाई लड़ी
श्रद्धांजलि सभा के बाद भोपाल से शरद यादव की पार्थिक देव माखन नगर (आंखमऊ) नर्मदापुरम के लिए रवाना हो गई है।
उधर, उनके माखन नगर के आंखमऊ गांव में लाया जाएगा। पार्थिक शरीर के साथ ही प्रहलाद पटेल, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी सहित अन्य नेता मौजूद हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का अंतिम संस्कार नर्मदापुरम जिले के माखन नगर (बाबई) के पास स्थित आंखमऊ गांव में किया जाएगा।
यह गांव शरद यादव का पुष्तैनी गांव है और उनका पुश्तैनी घर भी यही हैं। गांव के ही खलिहान में उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
अंतिम संस्कार दोपहर दो बजे होगा। शरद यादव के परिवार में पत्नी डा. रेखा यादव, बेटा शांतनु बुंदेला और बेटी सुभाषिनी राजाराव हैं।
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