मल्हार मीडिया डेस्क।
भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम ने चार बार की चैंपियन दक्षिण कोरिया को 2-1 से हराकर इतिहास रच दिया है। भारत ने जूनियर महिला एशिया कप का खिताब पहली बार जीता है। इससे पहले महिला जूनियर एशिया कप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2012 में था जब टीम बैंकॉक में पहली बार फाइनल में पहुंची थी, लेकिन चीन से 2-5 से हार गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम को इस जीत पर बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ''2023 महिला हॉकी जूनियर एशिया कप जीतने पर हमारे युवा चैंपियनों को बधाई। टीम ने अपार दृढ़ता, प्रतिभा और टीम वर्क दिखाया है। उन्होंने हमारे देश को बहुत गौरवान्वित किया है। उनके आगे के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं।''
पहला क्वार्टर गोल रहित बराबर रहने के बाद भारत ने 22वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर अनु के गोल की बदौलत बढ़त बनाई। जापान के खिलाफ सेमीफाइनल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए अनु ने गोलकीपर के बाईं ओर से गोल दागते हुए भारत को 1-0 से आगे किया।
दक्षिण कोरिया ने हालांकि तीन मिनट बाद पार्क सियो यिओन के गोल की बदौलत स्कोर 1-1 कर दिया। नीलम ने 41वें मिनट में दक्षिण कोरिया की गोलकीपर के दाईं ओर से गोल दागकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ।
भारतीय टीम की रक्षक पंक्ति ने तीसरे क्वार्टर में बढ़त कायम रखने में मदद की। इसके बाद अंतिम क्वार्टर में दक्षिण कोरिया ने पेनाल्टी कॉर्नर तो काफी अर्जित किए लेकिन उन्हें भुना नहीं सकी। इस टूर्नामेंट का आयोजन 2021 में ही होना था लेकिन कोरोना की वजह से दो साल की देरी से खेला गया।
Comments