मल्हार मीडिया ब्यूरो।
भारत में हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश बनने वाली पहली महिला लीला सेठ का निधन हो गया है। जाने-माने लेखक विक्रम सेठ की मां लीला सेठ ने 86 वर्ष की आयु में नोएडा में अंतिम सांसें लीं. लखनऊ में वर्ष 1930 में जन्मी लीला सेठ भारत की पहली महिला थीं जिन्होंने 1958 में लंदन बार की परीक्षा पास की थी।
जुलाई 1978 में उन्हें को न्यायाधीश की शपथ दिलाई गई और अगले ही वर्ष दिल्ली हाईकोर्ट में नियुक्त किया गया. इसके साथ ही वे भारत में किसी हाईकोर्ट में पहली महिला न्यायाधीश बनीं. कालांतर में पदोन्नति मिलने पर 1992 में उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायायल का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया। ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी महिला को किसी उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश बनने का अवसर मिला।
लीला सेठ 15वें विधि आयोग की सदस्य थीं।इसके अलावा वे साल 2012 में बनाई गई जस्टिस वर्मा समिति की भी सदस्य थीं जिसे दिल्ली के निर्भया बलात्कार कांड के बाद कानून में बदलाव संबंधी सुझाव देने के लिए गठित किया गया था।
एक साक्षात्कार में लीला सेठ ने बताया था कि वो बचपन में नन बनना चाहती थीं लेकिन पिता राज बिहारी सेठ की मौत के बाद उनका जीवन अचानक बदल गया था। उनके मुताबिक पिता उन्हें आत्मनिर्भर बनाना चाहते थे और कहते थे कि वो उनकी शादी में दहेज बिल्कुल नहीं देंगे। लीला सेठ का कहना था कि क़ानून की पढ़ाई करना उनकी किस्मत में लिखा था और पढ़ाई के लिए बहुत कम समय मिलने के बावजूद उन्होंने लंदन बार की परीक्षा में टॉप किया।
लीला सेठ की मौत पर कई नामी हस्तियों और नेताओं ने दुख जताया है।
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