मल्हार मीडिया ब्यूरो भुवनेश्वर।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक मेघा नाम की ट्रांसजेंडर महिला ने बासुदेव नाम के पुरुष से शादी रचाई है। शायद यह पहली बार है जब किसी ट्रांसजेंडर महिला ने पूरे रीति-रिवाज से किसी पुरुष के साथ सात फेरे लिए। मेघा ने कहा, “मै आज बहुत खुश हूं और बासुदेव का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं जिन्होंने एक टांसजेंडर से शादी करने जैसा बड़ा फैसला लिया। लोग सोचते हैं कि टांसजेंडर शादी नहीं कर सकते, मातृत्व का आनंद नहीं ले सकते हैं, लेकिन मैने उन्हें गलत साबित कर दिया।” मेघा ने कहा कि उन्हें भी अन्य महिलाओं की तरह शादी करने का पूरा अधिकार है।
मेघा ने बताया कि उसने स्पेशल सर्जरी कराई है ताकि वह आने वाले समय में मां बन सके। वह अपनी आने वाली जिंदगी के लिए बेहद उत्साहित भी है। मेघा के मुताबिक, यह एक अरेंज मैरिज है और बासुदेव के परिवार से ही शादी का रिश्ता आया था। दोनों ने हिंदू पूरे रीति-रिवाज के मुताबिक सात फेरे लिए। शादी के दौरान कई लोग मौजूद थे, साथ ही मीडिया ने भी इस अनोखी शादी को कवर किया। भुवनेश्वर के मेयर अनंत नारायण जेना ने भी शादी में शिरकत की और जोड़े को शुभकामनाएं दीं।
इससे पहले बासुदेव ने एक महिला से शादी की थी, जिससे उन्हें चार बच्चे भी हैं। हालांकि बाद में बासुदेव ने तलाक ले लिया और अब मेघा के साथ शादी रचाई है। दुल्हे के एक रिश्तेदार ने बताया, “इससे समाज और पूरे देश को एक संदेश जाएगा कि ट्रांसजेंडर भी शादी कर सकते हैं।” बता दें कि तीन साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडरों के अधिकारों से जुड़ एक ऐतिहासिक आदेश जारी किया था। इसमें ट्रांसजेंडरों को वोटिंग, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, पढ़ाई के लिए एडमिशन लेने जैसे कामों में एक अलग पहचान दी गई थी।
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