मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल गर्म है। दरअसल, कई टीवी चैनलों के सर्वे में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिखाई जा रही है। वहीं राजधानी भोपाल में चुनावी जोड़-तोड़ बढ़ती जा रही है। बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के काम कर रहे हैं।
कोई पापड़ बेल रहा है तो कोई रोटी बेलता हुआ नजर आ रहा है। इसके अलावा कुछ प्रत्याशी विशेष रणनीति बनाकर प्रतिद्वंद्वी को घेरने की कोशिश में लगे हुए हैं। ऐसी ही एक विधानसभा सीट उत्तर है, जहां से कांग्रेस प्रत्याशी को कांग्रेस के नेता ही कमजोर करने में लगे हुए हैं।
हालांकि आरिफ अकील को अभी भी इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में जनसमर्थन मिल रहा है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र में विधायक अकील की सियासत में पर हमला गौरतलब है कि राजधानी भोपाल की उत्तर विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक वोटरों की संख्या ज्यादा है।
इसे ध्यान में रखकर मौजूदा विधायक आरिफ अकील की सियासत को कमजोर करने के लिए एक विशेष रणनीति तैयार की गई है। वरिष्ठ पत्रकार दो लखन गुरु की माने तो इस अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके में लगभग 30 साल से कांग्रेस का कब्जा है, लेकिन भाजपा ने इस बार इस सेट को जीतने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है।
मंत्री प्रहलाद पटेल अल्पसंख्यक वोटरों के ध्रुवीकरण से मिल सकता है फायदा! राजनीतिक विश्लेषक लखन गुरु की माने तो इस विधानसभा सीट पर भाजपा की विजय तब ज्यादा पक्की हो सकती है, जब अल्पसंख्यक मतदाता (मुस्लिम वोटों) का ध्रुवीकरण हो जाए।
जनचर्चा में यह बात सामने आ रही है कि भाजपा प्रत्याशी आलोक शर्मा के इशारे पर कांग्रेस प्रत्याशी आतिफ अकील को घेरने की रणनीति बनाई गई है आतिफ के चाचा कांग्रेस नेता अमीर अकील, नासिर इस्लाम और मोहम्मद सऊद आम आदमी पार्टी से चुनावी मैदान में उतरे हैं। उनके चुनावी मैदान में उतरने को एक विषय रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है।
दरअसल, यहां के रहवासियों की माने तो आलोक शर्मा की रणनीति के तहत यह सभी उत्तर से चुनावी मैदान में उतरे हैं। क्षेत्र के मतदाताओं का कहना है कि आतिफ का वार्डवार खेलने का प्लान बनाया गया है। हर वार्ड से ऐसे उम्मीदवार मैदान में उतारे गए है, जो आतिफ अकील के वोट काटेंगे।
दूसरी ओर आई वकील ने भी अपनी रणनीति तय की है जिसके तहत वह लगातार क्षेत्र में जुटे हैं। आतिफ के टिकट को लेकर आरिफ अकील की सफाई आतिफ के टिकट को लेकर आरिफ अकील की सफाई मौजूदा कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया था कि आतिफ का टिकट उनके कहने पर नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी ने सर्वे के आधार पर तय किया है।
इसलिए उन पर परिवारवाद के आरोप लगाना बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे आतिफ अकील के पास विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर एक रोड मैप तैयार है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं होने के कारण उनके क्षेत्र में विकास के ज्यादा कार्य नहीं हो सके। लेकिन अब कमलनाथ की सरकार बनने के बाद वे विकास कार्यों को तेज गति से करेंगे।
वहीं आमिर नासिर और सऊद के चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि इन सभी की जमानत जप्त हो जाएगी। कांग्रेस ने इन्हें दिखाया बाहर का रास्ता कांग्रेस नेता व बागी नासिर इस्लाम और आमिर अकील को कांग्रेस से 6 साल के लिए निकालने के बाद आज कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने शाहिद अली, शफीक, मुनव्वर, अंसार अंसारी, मो इजहार सहित 18 लोगों को कांग्रेस ने पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया है।
PCC चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने भोपाल की उत्तर विधान सभा में कांग्रेस प्रत्याशी आतिफ अकील के खिलाफ बगावत करने वाले उनके चाचा आमिर अकील, नासिर इस्लाम के बाद अब आज शाहिद अली, शफीक , मुनव्वर , अंसार अंसारी , मो इजहार सहित 18 लोगों को कांग्रेस ने पार्टी से 6 साल के लिए निकाला, इनमे कई पूर्व पार्षद और जिला कांग्रेस पदाधिकारी भी हैं शामिल।
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