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रेखा गुप्ता ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, 6 कैबीनेट मंत्री भी बने

खास खबर            Feb 20, 2025


 मल्हार मीडिया ब्यूरो।

रामलीला मैदान में आज 20 फरवरी गुरुवार को आयोजित एक भव्य समारोह में रेखा गुप्ता ने दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उनके साथ छह मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली है. आइए जानते हैं दिल्ली सरकार के इन मंत्रियों के बारे में.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की कैबीनेट

रेखा गुप्ता ने गुरुवार को रामलीला मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह 12 बजकर 5 मिनट पर शुरू हुआ. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सबसे पहले रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. उनके बाद उनके छह कैबिनेट सहयोगियों ने शपथ ली. रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं. आइए जानते हैं कि दिल्ली सरकार में मंत्री बनाए गए ये छह लोग कौन हैं.

कैबिनेट मंत्री के रूप में सबसे पहले प्रवेश वर्मा ने शपथ ली. कल तक प्रवेश वर्मा को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. लेकिन बीजेपी ने उनकी जगह रेखा गुप्ता को चुना. प्रवेश वर्मा नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं. वहां उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया है. प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री थे. प्रवेश वर्मा दिल्ली की पश्चिमी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से दो बार सांसद रह चुके हैं. उनकी पहचान दिल्ली के बड़े जाट नेता के तौर पर होती है. वह बीजेपी के फायरब्रांड नेता माने जाते हैं. सासंद के रूप में उनके कई बयान सुर्खियां बने.

आशीष सूद ने भी मंत्री पद की शपथ ली. आशीष सूद जनकपुरी से विधायक हैं. वह बीजेपी में पंजाबी राजनीति का सौम्य चेहरा हैं. रेखा गुप्ता की तरह सूद भी पहली बार विधायक बने हैं. इससे पहले आशीष पार्षद रहे हैं. सूद संसदीय राजनीति में भले ही पहली बार विधानसभा चुनाव जीते हैं. लेकिन उनका सांगठनिक करियर काफी लंबा है. वो इस समय गोवा के प्रभारी और जम्मू कश्मीर के सह प्रभारी हैं. आशीष सूद को साफ-सुथरी छवि वाला नेता माना जाता है. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से उनकी करीबी है. आशीष ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी. उनकी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी करीबी है. सूद बीजेपी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा का महासचिव और उपाध्यक्ष रह चुके हैं. वो दिल्ली बीजेपी में सचिव और महासचिव पद पर भी रह चुके हैं. सूद ने पार्टी संगठन में जमीनी स्तर से काम करते हुए यहां तक पहुंचे हैं.

अकाली दल से बीजेपी में आए मनजिंदर सिंह सिरसा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. अकाली दल में रहते हुए वो बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ते-लड़ते बीजेपी के हो गए. सिरसा ने 2013 का विधानसभा चुनाव राजौरी गार्डन सीट से अकाली दल के टिकट पर जीता था. उस समय अकाली दल और बीजेपी में गठबंधन था. लेकिन 2017 में हुआ उपचुनाव उन्होंने बीजेपी के टिकट पर लड़ा. वो 2021 में अकाली दल छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. सिरसा दिल्ली में बीजेपी का सिख चेहरा हैं. वह तीसरी बार विधायक बने हैं.

कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वालों में रविंद्र इंद्राज का नाम भी शामिल है. साल 1975 में पैदा हुए रविंद्र दिल्ली में युवा दलित चेहरा हैं. वो बवाना विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर आए हैं. वो बीजेपी की अनुसूचित जाति मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य हैं.उनके पिता इंद्राज सिंह 1993 में नरेला विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. इस बार के विधानसभा चुनाव में रविंद्र इंद्राज ने आम आदमी पार्टी के जय उपकार को 31 हजार से अधिक वोटों के अंतर से मात दी है. व्यापार करने वाले रविंद्र इंद्राज ने चुनाव के समय जमा कराए गए हलफनामे में अपनी संपत्ति सात करोड़ से अधिक की दिखाई है.

कपिल मिश्रा रेखा गुप्ता की कैबिनेट के एक मात्र ऐसे सदस्य हैं, जिनके पास पहले भी मंत्री रहने का अनुभव है. वो 2015 में बनी आम आदमी पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे. लेकिन कुछ विवाद के बाद उन्होंने आप छोड़ दी थी. वो 2020 के चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए. कपिल मिश्र करावल नगर सीट से जीते हैं. इस सीट से वो 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीते थे. लेकिन 2020 के चुनाव में यह सीट बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट ने जीत ली थी.

उस चुनाव में बीजेपी ने कपिल मिश्र को मॉडल टाउन सीट से टिकट दिया था, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी 2025 के चुनाव में अपने विधायक का टिकट काटकर कपिल मिश्र को करावल नगर से उतारा. उन्होंने बीजेपी के विश्वास पर खरा उतरते हुए आम आदमी पार्टी के मनोज त्यागी को हराया है. कपिल मिश्र को बीजेपी में कट्टर छवि वाला नेता माना जाता है. उन्होंने कई विवादास्पद बयान दिए हैं.

कैबिनेट मंत्री बनाए गए पंकज कुमार सिंह विकासपुरी सीट से जीतकर आए हैं. वह पेशे से दांत के डॉक्टर हैं. दिल्ली की राजनीति में उनकी पहचान पूर्वांचली नेता के तौर पर होती है.पंकज कुमार सिंह नगर निगम की राजनीति करते हुए विधानसभा तक पहुंचे हैं. वो बिहार के बक्सर के रहने वाले हैं. उनके पिता राज मोहन सिंह दिल्ली में आयुक्त के पद पर रह चुके हैं. उनके बड़े भाई सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं. उन्होंने बिहार की मगध यूनिवर्सिटी से 1998 में उन्होंने दंत चिकित्सक की पढ़ाई की. उनकी पत्नी रश्मि कुमारी भी डेंटिस्ट हैं. इस चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी के महेंद्र यादव को करीब 13 हजार वोटों के अंतर से हराया है.

 


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