मल्हार मीडिया ब्यूरो।
आज सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक फोटो को देखकर पंचायत वेबसीरीज का वह सीन याद आ गया, जिसमें DM औचक निरीक्षण करने जाती हैं और बिनोद खुले में शौच का प्रयास करता है।
सीरीज में तो बिनोद को ऐसा करने से रोक लिया जाता है पर मध्यप्रदेश के ग्वालियर में ऐसा हो नहीं पाया। जबकि ग्वालियर जिले को खुले में शौच मुक्त यानी ODF प्लस का दर्जा मिला हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का यह गृहजिला है। लेकिन ODF प्लस का दर्जा पाने वाले इस शहर की पोल खोलती एक ऐसी तस्वीर सामने आई है।
जिसमें नगर निगम के कुछ अधिकारी एक इलाके का निरीक्षण करने पहुंचे थे। नगर निगम के अधिकारी जिल नाले के ऊपर खड़े होकर निरीक्षण कर रहे थे उसी नाले के नीचे एक व्यक्ति खुले में शौच कर रहा था।
तस्वीर अपने आप में ODF प्लस ग्वालियर की सच्चाई बयां कर रही हैं।
ग्वालियर को स्मार्ट सिटी भी कहा जाता है, अब भले ही ग्वालियर शहर को ओडीएफ डबल प्लस का दर्जा मिल गया है लेकिन शहर की एक वायरल तस्वीर ने सरकार और अधिकारियों के दावे को पूरी तरह झूठा साबित कर दिया है।
शहर के बीचो-बीच नगर निगम के अधिकारी जिस नाले पर खड़े होकर शहर को स्वच्छ बनाने का दावा कर रहे हैं उसी नाले के नीचे एक व्यक्ति खुले में शौच करता हुआ दिखाई दे रहा है, और यह तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर किशोर कन्याल अधीनस्थ अधिकारियों को लेकर विनय नगर, बहोड़ापुर में नाले का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
कमिश्नर जब नाले के ऊपर खड़े होकर निरीक्षण कर रहे थे, उसी समय नाले के नीचे बैठा एक युवक खुले में शौच करता दिखाई दे रहा है।
इससे यह साबित हो रहा है कि शहर अभी भी खुले में शौच मुक्त नहीं है। स्वच्छ भारत अभियान में ग्वालियर को ODF डबल प्लस ग्रेड मिली है। यह ग्रेड तब मिलती है जब कोई भी व्यक्ति पूरे शहर में खुले में शौच या बाथरूम नहीं करता।
गौरतलब है कि ग्वालियर शहर को स्वच्छता रैंकिंग में नंबर वन लाने के लिए हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन अभी तक ग्वालियर टॉप फाइव में भी शामिल नहीं हो पाया है।
हालात यह हैं कि शहर में कई जगहों पर गंदगी का अंबार है। इसके अलावा शहर में कई वार्ड ऐसे हैं जो अभी भी शौंच मुक्त नहीं है।
Comments